Book Title: Painnay suttai Part 2
Author(s): Punyavijay, Amrutlal Bhojak
Publisher: Mahavir Jain Vidyalay
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तु सहि
३९८३
261
पढम परिसिटुं
२६३ गाहा गाहको । गाहा
गाईको * से जहानामए केह ३८७
३२०१ आऊ धणं बलं रूवं १८२३ आदिको उडु चंदो
३१७६ आओवायविहिण्णू
1016 , खलु मासो आकंपण अणुमाणण ८७२ आदिममंडलपरिधी
३४५५ आकंपियमणुमाणिय 1276 आदी जुगरस संवच्छरो
३१९३ आगच्छंती भइसुंदरेण
आभट्ठो य न देई
३१३३ आगमपरियाएण व 1298 आमव्वं वा भव्वं
476 आगममयप्पभाविय९१७ आभासिया व णाऽऽभासिया
2570 आगमसंजुत्तस्स वि ६११ आभोएउं सक्को
३८२७ आगमियाए उस्सप्पिणीए
आमंतेऊण गणं
1105 आगरसमुट्टियं तह १०९६ आमिसत्थी झसो चेव
२०६० आगाढे उक्सग्गे
1859 आमोसहि-विष्योसहि आचार्येभ्यः पञ्चविधा
2710 आयरिय उवज्झाए सीसे...। जम्मि १०८५ आचेलक्कद्देसिय 1188
।सब्वे २५६८ आजीवत्थं तवो जो तु
२०६२
" " " ।जे मे २४५३. आणयकप्पा सुविही
३८५०
२६८७, 488, 1366, 2039 आणय-पाणयकप्पे आरण ૨૦૨ आयरियणमोक्कारो कीरतो
2467 " " चचारि
१७३ " जर कीरह
2466 " , देवा २३५
2465 आणं जिणिंदभणियं २०९५ आयरियवण्णवाई
५३० आणंद-कामदेवा 821 आयरियवायगाणं
314, 1993 आणंदमंसुपायं
110 आयरियसहस्साई आणाकोवो जिणिंदस्स २१.९ आयरियाण उवज्झाययाण
2003 आणाभंगाईहि व
205 , मुणीण वि
331, 2010 आणाऽभिओय-परिभव
1699
आयरियाणं उवझाययाण आणाभिकंखिणा वज. 1074 आयरियाणाऽऽयारं
२६३४ आणा रज्जं भोगा
४३३० आयरिया मंगलं मज्झ १४१३, १५५७ आणा सुय आगम धारणे 1205 आयहियपरिण्णा भाव
1010 भातहे जागरो होहि १९८४ आयहियमजाणतो
1012 भातहो णिजरायतो
आयहियसमुत्तारो
1019 आतं परं च जाणेजा
१९८२ आयके उवसग्गे
७८८ आता कडाण कम्माणं १७४०, २०८२ आयंबिलेण सिंभो
1356 आता छेत्तं तवो बीयं १९४२ आयाणभंडमत्ते
2219 आताणाए उ सम्वेसि १७१० आयाणरक्खी पुरिसे
१६०९ आदर-अणादरक्खा . पृ. २७२ टि. १ आया पच्चक्खाणे आदिच्चाणं च भवे
३२६९ आया मज्झं गाणे १४५१, पृ०८४टि. आदिच्छेण तु मासेण ३४६४ | आयारगुणाईया
1256
"
"लभा
324
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