Book Title: Nandanvan Kalpataru 2004 00 SrNo 13
Author(s): Kirtitrai
Publisher: Jain Granth Prakashan Samiti
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अनुक्रमः wwwwwwwwwwwwww
PE कृति: TUNEERY कर्ता पृष्ठम्
आस्वाद:
No चिन्तनधारा
मुनिरत्नकीतिविजयः। ७१ |
दान-प्रदान-सम्प्रदानानि
शास्त्री व्रजलाल उपाध्यायः ७४
तस्मै श्रीगुरवे नमः
RPENS डॉ. महेश्वरः रमानाथः द्विवेदी ७६
संशोधनम आचार्यहेमचन्द्रसूरिकृतं छन्दोऽनुशासनम् ।
आचार्य डॉ. रामकिशोरः मिश्रः ७८
। पत्रम
52 मुनिधर्मकीर्तिविजयः
PROLAIK
कथा
॥ सन्तोषान्न परं सौख्यम् ॥
J मुनिरत्नकीर्तिविजयः ९१ ।
(दृष्टिदोषः
मुनिधर्मकीर्तिविजयः ९३
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