Book Title: Karmaprakruti
Author(s): Abhaynanda Acharya, Gokulchandra Jain
Publisher: Bharatiya Gyanpith

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Page 13
________________ २१२ फर्मप्रकृति अधःप्रवृत्तकरणकी अंकसंदृष्टि अपूर्वकरण अनिवृत्तिकरण अनिवृत्तिकरणके विषयमें विशेष प्रथमोपशम सम्यक्त्वका काल तथा सासादन गुणस्थान सासादन गुणस्थानका काल सम्पग्मिटमादृष्टि नामक तीसरा गुणस्थान सीसरे गुणस्थानको स्थिति असंयत सम्यग्दृष्टि नामक पौथा गुणस्थान देशसंयम नामक पाँचवाँ गुणस्थान प्रमत्तसंयत नामक छठा गृणस्थान अप्रमत्तसंयत नामफ सातवाँ गुणस्थान सातिशय अप्रमत्त का लक्षण अपूर्वकरण नामक आठवां गुणस्थान अनिवृत्तिकरण नामक नवम गुणस्थान सूक्ष्मसापराय नामक दशम गुणस्थान उपशान्तकषाय नामक ग्यारहाँ गुणस्थान क्षीणकषाय नामक बारहवाँ गुणस्थान सयोगकेवलि नामक तेरहवां गुणस्थान अयोगवेवलि नामक चौदहवाँ गुणस्थान मुस्तावस्थाका स्वरूप २१७ २१८ २१९ २२० २२१ २२२ २२३ २२४ २२५ २२६ २२७ २२८ Nover

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