Book Title: Jain Tithi Darpan
Author(s):
Publisher: ZZZ Unknown
View full book text
________________
-
-
.....
.
.....
.
-
.
[ ७ ] वैशाखशुक वीर मं २४३९।। ज्येष्टकृष्ण वीर सं २४३९ । | वार ना विशेष विवरजत वार ता. विशेष विवरण
जन्मतपमोम गरु रोहिणीत
१९ भक्षयनीया भनि.१०॥
रवि ११०मो अभिनटन ७ सोम
। साम भगल गर्म-धर्मनापका . , नगर ..
Pe गर्म-श्रेयासनायका गुरु १५ शन-महावीर खा.
13. गर्म-विमरनाथ "शान 50
५ गनि
10 जून । जन अनंतनाय १४ खोन'
: माम. १५/ मगल ३०
१४ मंगल, जम्मतपमोक्ष ।
2. बुध || रोहिणी गर्भ जित बन्मनप-मोक्ष १ को फयुनाया | जन्मतप मोल १४ को शातिनाथका ।।
जनतत्वप्रकाशिनीममा इटावाकी ट्रेक्ट । कार्यमतीला) मकदा २४) आर्योका तत्त्वज्ञान ) से 7) ईश्वरका कर्तृत्व )। म.) कुरीतिनिवाग्ग )। से. १) मजनमहली प्र भाग ) (द्वि. भाग 1 से जीनयों के नाम्निस्वपर विचार )। से 1) धर्मामृत रसायन ) से .) वष्टिकर्तृवनीमापा ) मै ५) भूगोल्मीमामा )। नानोको प्रत्याशाबार्षअजमेरका पूर्वरग) म. १४)
जैनधर्मप्रचारिणीसभाकाशीकी ट्रक्टें। सनातनजनधर्म ) मै ) श्रीमहावीरस्वाना )। मे, २) इलादि । मिलनेका पता-श्रीलालजन
मैनेजर-जैनपुस्तकालय वनारस मिटी।
areename

Page Navigation
1 ... 9 10 11 12 13 14 15 16 17 18 19 20 21 22 23 24 25 26 27 28 29 30 31 32 33 34 35 36 37 38 39 40 41 42 43 44 45 46 47 48 49 50 51 52 53 54 55 56 57 58 59 60 61 62 63 64 65 66 67 68 69 70 71 72 73 74 75 76 77 78 79 80 81 82 83 84 85 86 87 88 89 90 91 92 93 94 95 96 97 98 99 100 101 102 103 104 105 106 107 108 109 110 111 112 ... 115