________________ विषय 88 108 110 110 111 112 116 क्रम पृष्ठ संख्या क्रम विषय पृष्ठ संख्या 72. लवण समुद्र का अधिष्ठायक देव और 100. सूर्य के बाह्य-आभ्यन्तर मंडल एवं उनका निवास परिक्रमा परिमाण 73. दृश्यमान समुद्र एवं लवण समुद्र 88 | 101. सूर्य के उदय-अस्त की व्यवस्था * धातकीखण्ड द्वीप 102. जम्बूद्वीप में दिन-रात्रि का विभाग 75. जम्बूद्वीप और धातकीखण्ड के 103. रात्रि-दिवस की हानि-वृद्धि का प्रमाण मेरू पर्वत में अंतर | 104. दक्षिणायन-उत्तरायण * कालोदधि समुद्र 105. छाया का प्रमाण * पुष्कर द्वीप 106. पौरुषी का प्रमाण 113 78. मानुषोत्तर पर्वत | 107. भारतीय ऐरवतीय सूर्य 114 179. आभ्यन्तर पुष्करार्द्ध द्वीप 92 | 108. दोनों सूर्यों के स्वतन्त्र मार्ग 114 * अढ़ाई द्वीप | 109. सूर्य की मुहूर्त गति 114 81. अढ़ाई द्वीप में तीर्थंकरों की संख्या 110. ताप-अंधकार क्षेत्र 115 82. अढ़ाई द्वीप के बाहर की स्थिति 111. सूर्य प्रकाश का प्रमाण 116 * अढ़ाई द्वीप के बाहर द्वीप-समुद्र | 112. सूर्य मंडल का मेरु से अंतर 84. नन्दीश्वर द्वीप 97 | 113. सूर्य मंडलों के मध्य अंतर 117 85. कुण्डल द्वीप 98 | 114. दो सूर्यों के मध्य अंतर 118 86. रुचक द्वीप 98 | 115. उदय-अस्त के समय सूर्य का लाल वर्ण 119 |87. अरुणोदक समुद्र का विकार-तमस्काय | 116. चन्द्र ज्योतिष्क देव * ज्योतिषी देव | 117. चन्द्र मंडल एवं उनकी संख्या 89. समभूतला पृथ्वी से ज्योतिष चक्र का अंतर 118. चन्द्र मंडल की लम्बाई-चौड़ाई व अंतर 120 |90. ज्योतिष्क के मंडल | 119. चन्द्र की मुहूर्त गति 91. काल गणना का आधार सूर्य और चन्द्र 105 120. चन्द्र मंडल की हानि-वृद्धि एवं 92. तारा विमान व उसके देव तिथियों की व्यवस्था |93. तारा विमान का मेरु आदि से अंतर 121. चन्द्र मंडल और सूर्य मंडल में अंतर 94. एक तारा विमान से दूसरे तारा 122. नक्षत्र ज्योतिष्क व उनके देव | विमान का अंतर 123. नक्षत्र मंडल की नियत व्यवस्था |95: तारा देवों की ऋद्धि 124. नक्षत्र मंडल और मेरु के मध्य अंतर 96. ध्रुवतारा 125. नक्षत्रों का परिभ्रमण क्षेत्र |97. सूर्य ज्योतिष्क 126. कुल, उपकुल और कुलोपकुल नक्षत्र 124 98. सूर्य मंडल | 127. चन्द्र के मार्ग में नक्षत्रों का संचार 125 99. सूर्य मंडल का क्षेत्र 128. मास नक्षत्र और उनकी अहोरात्रियाँ 126 (xv)