________________ काल संस्थान सुषम | अर्द्धचन्द्र देवकुरु क्षेत्र की तालिका दिशा लम्बाई चौड़ाई जीवा धनुपृष्ठ पर्वत / नदी / | मेरु पर्वत | 53,000 | 11,842 | 53,000 60,418 | चित्र- | सीतोदा के दक्षिण योजन | योजन | योजन | योजन | विचित्र व में निषध 12 कला 12 कला पर्वत आर| 84 | पर्वत और 84,000 पर्वत के 100 | का उत्तर में कांचनक | परिवार पर्वत सुषमा काल संस्थान उत्तरकुरु क्षेत्र की तालिका दिशा लम्बाई चौड़ाई जीवा धनुपृष्ठ पर्वत / नदी / | मेरु पर्वत | 53,000 | 11,842 | 53,000 | 60,418 | दो यमक| सीता / के उत्तर | योजन| योजन | योजन | योजन | पर्वत | नदी का में नीलवंत 12 कला 100 | 84,000 पर्वत के कांचनक परिवार दक्षिण में पर्वत सुषमा | अर्द्धचन्द्र सुषमा रम्यवर्ष क्षेत्र की तालिका दिशा लम्बाई चौड़ाई 'बाहा जीवा धनुपृष्ठ पर्वत / काल संस्थान मेरु पर्वत से उत्तर में शिखरी पर्वत से दक्षिण में 73,901 योजन 17/ कला 8,421 योजन 1कला 13,361 योजन 6% कला 73,901 योजन 17/कला 84,016 योजन 4 कला मध्य में गंधापाती वृत्त वैताढ्य नारीकांता नरकांता व h,12,000 का परिवार सुषम काल जैसा अकर्म भूमि क्षेत्र पल्यंक (लंब चौरस) हैरण्यवत क्षेत्र की तालिका लम्बाई चौड़ाई बाहा जीवा धनुपृष्ठ पर्वत दिशा नदी काल संस्थान मेरु पर्वत के उत्तर में शिखरी पर्वत के दक्षिण में 37,674 योजन 15 कला 2,105 योजन 5 कला 6,755 योजन 3 कला देशोन 37,674 योजन 16 कला 38, 740 योजन 10 कला मध्य में माल्यवंत वृत्त वैताढ्य सुवर्णकूला रूप्यकूला व 56,000 परिवार सुषम दुषमा जैसा अकर्मभूमि क्षेत्र पल्यंक (लंब चौरस) सचित्र जैन गणितानुयोग 79