________________
- इस्लाम धर्म का नारियों के प्रति दृष्टिकोण............ 0 सूफी मत में संन्यस्त स्त्रियाँ ....... 0 विश्व धर्मों के साथ जैन श्रमणी संस्था की तुलना............. 0 जैन धर्म की चतुर्विध संघ व्यवस्था एवं उसमें श्रमणियों का स्थान.........
दिगम्बर परम्परा में श्रमणी संस्था की उपेक्षा एवं उसके कारण ....... - जैन श्रमणी के पर्यायवाची नाम - अन्वर्थता एवं सार्थकता.....
(i) श्रमणी, (ii) श्रमणा, (i) अश्रमणा, (iv) शमनी, (v) समणी, (vi) निर्ग्रन्थी, (vii) भिक्षुणी,
(viii) संयतिनी, (ix) व्रतिनी, (x) साध्वी, (xi) आर्यिका, (xit) क्षुल्लिका - जैन श्रमणी संघ की आंतरिक व्यवस्था ...
............... 35 (i) प्रवर्तिनी पद : अर्थ, योग्यता व दायित्व (ii) महत्तरिका, (iii) गणिनी, (iv) गणावच्छेदिका, (v) अभिषेका, (vi) प्रतिहारी, (vii) स्थविरा, (vii) भिक्षुणी, (ix) क्षुल्लिका,
(x) दिगंबर आर्यिकाओं को पद-व्यवस्था, (xi) श्वेताम्बर-दिगम्बर तुलना 0 श्रमणी संघ में प्रवेश के नियम ........
.............. 42 (i) प्रवेश के प्रेरक हेतु, (ii) आवश्यक योग्यता, (iii) आज्ञा प्राप्ति का विधान, (i) दीक्षा
देने का अधिकार a जैन श्रमणी दीक्षा महोत्सव............ 0 जैन श्रमणियों के सत्तावीस गुण..
........... - जैन श्रमणियों की आचार-संहिता ............
(i) आहार-ग्रहण, (ii) वस्त्र एवं उपकरण के नियम, (iii) वसति के नियम, (iv) केशलोच, (v) अन्य विशेष नियम, (vi) विचरण क्षेत्र, (vii) श्रमण-श्रमणी के पारस्परिक नियम,
(viii) संलेखना, (ix) दिगंबर आर्यिकाओं के नियम • जैन श्रमणी संघ के इतिहास को जानने के साधन स्त्रोत.... (i) साहित्यिक स्रोत : आगम, आगमिक व्याख्या साहित्य, चरित काव्य, पट्टावली,
स्थविरावली, पाण्डुलिपियाँ, ग्रंथ-प्रशस्ति, विज्ञप्ति-पत्र, सचित्र हस्तलेख, इतिहास ग्रन्थ (ii) अभिलेखीय स्रोत : खारवेल के अभिलेख, मथुरा के अभिलेख, देवगढ़ के ___ अभिलेख, मध्यप्रदेश के अभिलेख, दक्षिण भारत के अभिलेख (ii) पुरातात्त्विक स्रोत : प्रतिमा, गुफा, चरण पादुका । जैन कला एवं स्थापत्य में श्रमणी-दर्शन
S
..
64
Jain Education International
For Private & Personal Use Only
www.jainelibrary.org