Book Title: Dashpayanna Mul Sutra
Author(s): Jain Prabhakar Press
Publisher: Jain Prabhakar Press

View full book text
Previous | Next

Page 12
________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir घ्यागच्छइसमागच्छइ तिरियमागच्छइ तिरमागच्छइ विणिघायमावज्जइ केइपुणपावकारीबारससंवच्छ्राइं उक्कोसं इन नवासे मुइप्यनवे सुइयमि जायमाणस्स जंदुरकंमरणमाणस्सवापुको तेणदुखेणसंमूढोजाई सरइन प्पणोविससरः रसंतोसोजोणीमुहाउनिप्पिनह माउएप्प णोवियवेयणमउलंजणेमाणे गनघरथंमिजी वो कुंजी पार्क मिनरयसंकसे वुत्ये मिल मने मुडप्पन्नवे मुइयंमि पत्त्रस्य सिंजस्सय सुक्कस्सय सोणियस्सविश्रमले मुत्रसपुरीस स्सय जाय जहवञ्च किमिउञ्चतं इदाणिसोयकरणकेरिसयहोइ तस्सजीवस्स सुक्रुहिरागराउजस्सु पनी सरीरस्स ए वारिसे सरीरेकलमलजरिए मिलसंनए निययंविगणितं तासायमयं केरिसंत स्याउ सो एवं जायसजंतुस्सकमेण दसदिसान एव माहिति तंजहा बाला १ किमा २ मंदा ३ बलाय ४ एन्नाय ५ हायणि ६ एवंचा ७ पचारा ८ मुनमुही ९ सायणीय १० दसमायकालदसा १ जायमित्र स्वजंतुस्सजा सापढमिष्यादसा नतत्यर्युजिउंनो एजइ घिरे धुवो ३ बीयाएकि हुयानामंजन रोदसमस्सिउ किहारमणजात्रेण दुलहंगमइनरजवं २ तइयाएमंदया नामंजन रोदसमसिन मंदस्समोहनावेणं इत्यीजो गेहंमुत्थिन चउथी उबलानाम जनरोदसमम्मिन समत्योबलंदरिसे उंज उसोजवेनिरवद्दाया ५ पंचमीइदसपत्तीच्णुपुबी जोनरो समत्यो त्यचिंते उंकुमुंबंचानिगच्छइ ६ बठीमु हायणीनामजंनरोदसमस्सिनु विरजाईएका मेसुंइदिएसृपहायइ ७ सप्तमीथपचंवाउजं नरोदसमस्सिन निच्छुन For Private and Personal Use Only

Loading...

Page Navigation
1 ... 10 11 12 13 14 15 16 17 18 19 20 21 22 23 24 25 26 27 28 29 30 31 32 33 34 35 36 37 38 39 40 41 42 43 44 45 46 47 48 49 50 51 52 53 54 55 56 57 58 59 60 61 62 63 64 65 66 67 68 69 70 71 72 73 74 75 76 77 78 79 80 81 82 83 84 85 86 87 88 89 90 91 92 93 94 95 96 97 98 99 100 101 102 103 104 105 106 107 108 109 110 111 112 113 114 115 116 117 118 119 120 121 122 ... 154