Book Title: Dashpayanna Mul Sutra
Author(s): Jain Prabhakar Press
Publisher: Jain Prabhakar Press

View full book text
Previous | Next

Page 62
________________ Shri Mahavir Jan Aradhana Kendra www.kobaturth.org Acharya Shri Kallassagarsun Gyanmandir विसुध्यत्ययका जेनिवहंतिमुसिसा संथाहराइंदमारूढा १६ परमठोपरम उलं परमायधणंति परमरकति परमुत्त मतित्यय परमगई परममिक्षित्ति १७ ताएशंतुमेवळं जिणवयणमयविनूसिशंदेहं धम्मरयणंस्सिशाते पमिशानु वर्णमियसुहाग १८ यताउत्तमसुरिसा कल्लाणपरंपरापरदिवा पावयणसऊधारं कयंचतेशासप्युरिसा १९ संम त्तनाणदंसणवरयणां नासंणतेशजुत्ताचारित्तसुसीला तिरयणमालातुमेलष्ठा २० सुविहिशगुणयित्यारंसंथारं ज लहतिसोप्पुरिसा तसिजिशलोकसारं रयणाहरणकयहोई २१ तंतित्यंतुमेलठंजयवरं सन्जीवलोगंमि हायाजत्य मुणिबरा निवागमणुप्तरपप्ता २२ शासवयंवरनिजर तिन्निविश्त्यासमाहिया जत्यतंतित्यंतिनणंता सीलव ययसोयाणा २३ नजिपरिसहचमू उत्तमसंजमवलेणसंन्ता नुंजंतिकंमरहिया निहाणमणुत्तरर २१ तिज छपारासमाहिं पत्तोसितुमहिसमयकप्पंति रात्निसे उमउलंवि तलफलंलोइविहरंति २१ शनिनंदडमेहिश्यतु भ्य सुरकस्ससोहणीवाउ जलछोसंथारोसुविहि परमत्यवित्यारो २६ देवाविदेवलोएनंजतो बऊबिहाइंनोगाई संधारचितंत शासाणसयगांइंतुंचति २७ चंदुहपित्यणिजोसूरोवात्त शसावदिष्यंत्तोधणुवंत्तो हिमवंतहत्तविरका २८ गुतीसमई उबेउ संजमतयनिशमजो गजुत्तमणोसमणो समाहिशमणो दंसणनाणेशणन्तमणो २९ मेरुव पछयाणं सयंनुरमणवचे बजदहिणं चंदोइवताराणं तहसंथारोसुविहाणं ३० लणकेरिसस्सनणिन संथारोकेरिसेत्र For Private and Personal Use Only

Loading...

Page Navigation
1 ... 60 61 62 63 64 65 66 67 68 69 70 71 72 73 74 75 76 77 78 79 80 81 82 83 84 85 86 87 88 89 90 91 92 93 94 95 96 97 98 99 100 101 102 103 104 105 106 107 108 109 110 111 112 113 114 115 116 117 118 119 120 121 122 123 124 125 126 127 128 129 130 131 132 133 134 135 136 137 138 139 140 141 142 143 144 145 146 147 148 149 150 151 152 153 154