Book Title: Dashpayanna Mul Sutra
Author(s): Jain Prabhakar Press
Publisher: Jain Prabhakar Press
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अंदिष्ठययरंचसुहमंच उससा
तस्सेवी २३ छालोयणाइंदोसे दसदुग्गह वहणायसूतू छोइ सुतिहिन गारबमायामयत्रियो २४ ततो परियागबलं यागमंचकालकरणंच पुरिसंजाच्छंतहा खित्तं परिसंवणविहिंच २५ जोगंपायवित्तंतमान णवंतियच्छायरिया दंसणनाणचरिते तवेयकुणमप्पमायंत २६ उमरिया बन्नित्ये उपर सस्परिज्ञानं कायरसपरिकिले सोबठोलीणयाचेव २७ विणएवेयावच्चे पा यतेि विवेगसज्जा जितेर वहिं छठका बियाणाहि २८ बारसविहम्मित्रे जिंतर बाहिरे कसलदिष्ठे न विस्थिनविय होही सज्कायसमंत बोक्रम्मं २९ जेपयणुजत्तपाणासुय हेउतेतवस्सिमए वोछतवोसु यहीणा बाहि रमोसोबुहाहारी ३० बहमद समदुबाले सेहिं बसुयसजीसोही तत्तोबतरगुणिया हविज्जजिनियस्सनाण स्स ३१ कल्लं कल्लपिवरं हारोपरभिउपपत्ती नयखमणोपारण पवबहुतरोबञ्जविहोय ६२ एगाहे गतवत्स हबिज्जानत्थित्य संसउफोर्ड एगाहेण सुग्रहारो नहोइधंतंपितुरमाणो ३३ सोनामणसणतवो जेणमणो मंगुलंनतेइ नई दिपहाणीजे जो गानहायंति ३४ अन्नाणीकमखवेइ बष्णा इंवासाकानीहिं तंनाणातिहिंगुत्तो खा वइऊसास मित्ते ३५ उत्राणनाणी णंनाणजोगजन्त्राणं कोनितरंतु लिक्का चरणयपरक्कमंठाणं ३६ ना णणबाणिजं वजित कर गिड नाणी जाणइकरणं कामकडांचवनि ३७ नाणसहियं चरितं नाणंसं एयागं
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