Book Title: Dashpayanna Mul Sutra
Author(s): Jain Prabhakar Press
Publisher: Jain Prabhakar Press

View full book text
Previous | Next

Page 152
________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra 8888888888888031 a) (C) ( ५०० राय धनपतिसिंह बहा ५०० जैनबुक मुसाइटी से www.kobatirth.org 382838828888888888888888888888888888283 श्री गणधर सुधनां स्वामि सङ्कलितमूल सूत्र Choodoo speedhdhdha dedio do श्रीयुत राय धनपतिसिंह बहादुर का जैनागमसङ्ग्रह आग तंदुलबयाली २४ देविंद्दस्तव २५ गणिबीज २६ चठसरण २१ संधार श्राचरपश्चरकाण २ भत्तपरीचान ३० चन्द्र बिक ३१ माहापञ्चरका ३२ मरयविभत्ति ३३ PARA ॥ इति दशपयन्ना मूल सूत्र समाप्तः॥ Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir bler alorless o For Private and Personal Use Only दफे १००० पुस्तकें दाम फी पस्तक ५) और जेनी भाइयों के लिये २॥ ) पहिली नागोरी लौकागच्छीय वाचनाचार्य रामचंद्रजीगणो ऋनानकचंदजीकी प्राधानुसार heroper arotopoppo [ प्रतापनी अर्ग्यमहतरा करके संसोधितटोके मुद्रीतहवा ] बनारस जैन प्रभाकर प्रेस ] संवत् १६४२ । सन् १८८६ ईसबो । ( ) ( C ) Com 993959939897382998992389939899398939 28888

Loading...

Page Navigation
1 ... 150 151 152 153 154