Book Title: Dashpayanna Mul Sutra
Author(s): Jain Prabhakar Press
Publisher: Jain Prabhakar Press

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Page 65
________________ Shri Mahavir Jan Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kallassagarsun Gyanmandir संचार अपन ५माग वणी इचइ मलंकीठियाधिकहशी, सोलह०६६ जल्लमलपंकधारीशाझरों सीलसंजमगणाणं अजीरणोधग्गी उकिष्तिश्वशकोसखरंमि ६७ रोहीकगंमिनघरेशाहारं फासुशंगवसंतो कोवेणखन्निएणय निखोसत्तिप्याहारण ६८ एगंतमणावाए बित्यिनेचंझिलेचा श्वेहंसोवितहनिवदेहोय०६९ पालिपुतमिसुरेचं दयगुस्सचेवशासी श्व नामेणघसीहो चंदसिरिसोपयहिऊण ७० उल्लउरंमिमुरवरे शहसोश्शनठिउठिन धमेकीशगछपठं पच्चरकाणं विमयसोविश्वहनिंनदेहोय ७१ अहमोबिचितदेहोतिरिहसशस्से हिंखनमाणोशसोवितहख ७२ पाझलिपुत्तं मिपुरे चाणकोनामविस्सउशासि सकारंजनिश्तोई गिणिमरणशहनिविन्नो ७३ शृणुलोमपूशाणाए थहसोस ध्रुजफहादेहं सोतहविमसमाणोपनि० ७१ काइंदीनयरीए रायानामेण शमयद्योसुति तोसोसशसरजां दाउणं इहचरेधमं.-७ शाहिंजिउणवसुहं सुत्तस्यविसारउसुथरहस्सौ काइंदिचेयपुरि शहपतोविगयसोगोसो ७६ ना | मेणचंठवेगोसाइसोपफिबिंदिश्तय सोलहवीबिजमाणो पक्षिवलो० ७७ कोसंबीनयरीए ललिकघमानामवि स्याश्यासि पाउचरामनिबन्ला बत्तीसंसश्चरहस्सा ७८ जलमसे उघढोनई इपूरेणनिम्ममसरीरा तहविक्रजल ब्रहमसे पविला शासीकुलाणलवयरसायनामेण वेसमणादासोतस्स रामाच्चारिहो मित्यादिठिपफिनिविठो तत्यसमुषिवाक्यो गणिपिनमाओवासिवायरिन नामेणउवसहसेणा सुशसायरपारगोधीरो८१ तस्सासी राम धनपांता संह बहादुर का मागम संग्रह नाग ५। For Private and Personal Use Only

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