Book Title: Dashpayanna Mul Sutra
Author(s): Jain Prabhakar Press
Publisher: Jain Prabhakar Press

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Page 20
________________ Shri Mahavir Jan Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailasagarsur Gyanmandir नालियशाजवंति दोधाढयाउपरिमाणं उदगंचनाणियवंजारिसयंतंपुणोबुच्चं ११ उदगंखलुनायवंकाय बंदूसपह परिपूयं मेहोदगंएसलंसार इयंवागिरिनईए १२ वारसमासासंवत्यारोउबरकाय पेउचीसतिन्नोवयसहि सया हषंतिराइदिशाणंच १३ एगंचयसहस्संतेरसचेययनवेसहस्साइ एगंचसयंतअयं हवंतिराइदिसासा ११ तिनीसस यसहस्सा पंचाणउडनवेसहस्हई सत्तयसयाशणणाहवंति मासेणउसासा१५ चन्तारियकोही उसतेवयजतिसयसह स्साइ शन्यालीससहस्सा चतारिसयायवरिसेणं १६ चत्तारियकोसियास तयकोफिउजतिशवरान शयाल सयसवन्नालिस सहस्सा १७ वाससयाउस्सेएउस्साईतियामुणे या पित्यहशाउस्सखयशोहानिसंझिब्दमाणस्स १८ राइंदिएणतीसंतंमुजतालवसयाउमामेणंहायंतियमना णंचयणंछहहाधियाणंति १९ तिनिसहस्सेमगलेत्यच्च स व उमुबरोहरइशाउं हेमंतेगिम्हसुयदासामुयहोइनायचं२. वाससयंपरमाउंइतोपन्लासहरइनिदाए इतोवीसइहाय इवालनेवुहलावेय २१ साउहुएथगमणेरवुहापिया सानयंत्रसोगाय नारबिहायएगोहव तीतासाइएत्यद्वे २२ ए वपंचासीईनका नरसमेबजीवंति जेजतिबाससइनयम लहाबाससयजीवी २३ एवनिस्सा रमाणुसत्तजीविए अहिवळंतेनकरेहचरणधम्मं पत्योपल्याणुनपिहइ २५ तुहृमिसयंमोहजीणेहिं वरधम्मप्तित्यमगास्स शताणंबनया पाइ हजायाकम्मनूमीए २५ नइवेगसमचवलंजीवियं जोवणंचकुसुमसमं सुरकंचजमनियतं तिलिवितुरमाणनुया For Private and Personal Use Only

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