Book Title: Agam 11 Ang 11 Vipak Sutra Sthanakvasi Gujarati Author(s): Ghasilal Maharaj Publisher: A B Shwetambar Sthanakwasi Jain Shastroddhar SamitiPage 12
________________ अनु. विषय २८ जेाहि राष्ट्रटा वन 30 जेाहि राष्ट्रटा न्याय वन ३१ जेाहि राष्ट्रटो सोलह प्रकार के रोगोंडा उत्पन्न होना और वैद्याहि जुलानेडी आज्ञा डरना ३२ वधाहिने राभडे रोगा निघानपुर उसका पयार डरना 33 रोगो असाध्य मानपुर वैद्याहिठों डा पीछे भना ३४ खेाहि राष्ट्रटा भरपुर नरायुडा उपभोग र मृगावा गर्ल जाना उप गर्ल प्रभावसे मृगाहेवी शरीर में पीडा होना और पतिद्वारा अपमानित होने वन ६ भृगावा मानसिङ वियार ३७ भृगपुत्रा वर्शन ३८ भृगापुत्रा जनागत लवडा वर्षान ८ वाशिग्राम नगरका वन ४० प्राध्व वेश्याडा वन ४१ तिहारमा भावन ४२ भगवानो वन्धन डरनेके लिये भित्र राभा भना ४३ भित्र राभी समृद्धि वन ४४ गौतमस्वाभीमा लिक्षायडे लिये भना ४५ ति घारा वर्षान ४६ तिडे पूर्वभवविषयमें गौतमस्वाभीमा प्रश्न पूर्वभवा वन ता पूर्वलव गोत्रासङ्कटग्राह ४७ ४८ वन ४८ तिठा हि लव और जागाभि लवडा वन ५० ञ्जितष्ठा जागामिलव और प्रियसेन नपुंसा और श्रेष्ठिड्डुल मे ४न्भ ग्रहा वन ५१ Græत भुवा भोक्ष गमना वन और अध्ययनसभाप्ति पर जनसेना वर्षान 43 सलग्न सेना पूर्वलव संजंधी गौतमस्वामी प्रश्न ४ लग्न सेना पूर्वभवा वन पाना नं. लग्न सेना वर्शन और उनके पूर्वला वन શ્રી વિપાક સૂત્ર ४३ ૪૫ ४८ ૫૧ ૫૩ ૫૩ પદ પ पट ૬૨ ६८ ૬૯ ७२ ७३ ७४ टु फुपु नु र गै ७५ ८१ ८य ८८ ૧૦૦ १०३ १०४ ૧૧૧ ૧૧૨ ११७Page Navigation
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