Book Title: Agam 05 Ang 05 Bhagvati Vyakhya Prajnapati Sutra Part 03 Stahanakvasi
Author(s): Madhukarmuni
Publisher: Agam Prakashan Samiti
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तेरसमो उद्देसओ : 'दिसा'
तेरहवाँ उद्देशक : दिशाकुमार-सम्बन्धी वक्तव्यता दिशाकुमारों में आहारादि की समानता-असमानता का निरूपण १. एवं दिसाकुमारा वि।
॥सोलसमे सए : तेरसमो उद्देसओ समत्तो॥१६-१३॥ _[१] (जिस प्रकार द्वीपकुमारों के विषय में कहा गया था) उसी प्रकार दिशाकुमारों के (आहार, उच्छ्वास-नि:श्वास, लेश्या आदि के) विषय में भी कहना चाहिए।
हे भगवन् ! यह इसी प्रकार है, भगवन् ! यह इसी प्रकार है, यों कह कर यावत् (गौतम स्वामी) विचरते
॥सोलहवां शतक : तेरहवाँ उद्देशक समाप्त॥
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