Book Title: Agam 01 Ang 01 Aacharang Sutra Part 01 Sthanakvasi
Author(s): Ghasilal Maharaj
Publisher: A B Shwetambar Sthanakwasi Jain Shastroddhar Samiti
View full book text
________________
५८१ ५८२
५८२ ५८४ ५८६ ५९१
६०९
६१७
६२१
विषयउद्देशकसमाप्ति पञ्चमोद्देशक (वनस्पति) उपक्रम अनगारलक्षण वनस्पतिकायसचित्तता ( लक्षणद्वार ) वनस्पतिप्ररूपणा ( भेद) वनस्पतिपरिमाण वनस्पतिकायोपमईन संसार का हेतु हैरूपादि गुण में मूर्छा संसार का कारण हैरूपादिगुणमूर्छादोष वनस्पतिशस्त्रसमारम्भ में तदाश्रित अनेक जीवहिंसावनस्पतिविराधक साध्वाभास उपभोगद्वार वनस्पतिविराधनाफल मनुष्यशरीर के साथ वनस्पतिकी सचित्तता की सिद्धिउपसंहार उद्देशप्समाप्ति षष्ठोद्देश (त्रसकाय) उपक्रम उसों के भेद त्रसकायलक्षण त्रसकायमरूपणा त्रसकायपरिणाम प्रत्येक त्रस जीवों के सुख दुःख अलग अलग हैं
६२२
६२६
६३६ ६४१
६४३
६४४
६४४
६५२
६५४
શ્રી આચારાંગ સૂત્ર : ૧