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सू०५८-५९
श्रीस्थाना
सूत्रदीपिका
वृत्तिः
॥३६॥
चेव १, जीवकिरिया दुविहा पं०२०-सम्मत्तकिरिया चेव मिच्छत्तकिरिया चेव, अजीन किरिया दुविहा पंत-इरियावहिया चेव संपराइया चेव ३, दो किरियाउ ५० त०-काझ्या चेव अहिगरणिया चेव ४, काइया किरिया दुविहा पन्नत्ता, तं०-अणुवरयकायकिरिया चेव, दुप्पउत्तकार्याकरिया चेव ५, अहिगरणिया किरिया दुविहा पंतसंजोयणाहिगर्राणया चेव णिवत्तणाहिगरणिया चेव ६, दो किरियाउ ५० त०-पाउसिया चेव पारियावणिया चेव ७, पाउसिया किरिया दुविहा पं० त०--जीवपाउसिया चेव अजीवपाउसिया चेव ८, पारियावणिया किरिया दुविहा पं.२०-सहत्थपारियावणिया चेव परहत्थपारियाणिया चेव ९, दो किरियाउ पं० त०-पाणाइवायकिरिया चेव अपच्चक्खाणकिरिया चेव १०, पाणाइवायकिरिया दुविहा पं०, त-सहत्थपाणाइवायकिरिया चेव परहत्थपाणाइवायकिरिया चेव ११, अपञ्चक्खाणकिरिया दुविहा पं०, तं०-जीवअपञ्चक्खाणकिरिया चेव अजीवअपच्चक्खाणकिरिया चेव १२, दो किरियाउ ५०, तं०-आरंभिया चेव परिरगहिया चेव १३, आर भिया किरिया दुविहा पंत-जीवआर भिया चेव अजीवआर भिया चेव १४, एवं परिग्गहिया वि १५, दो किरियाओ 40 तंमायावत्तिया चेव मिच्छादसणवत्तिया चेव १६, मायावत्तिया किरिया दुविहा ५० त०-आयभावव कणया चेव परभावव कणया चेव १७, मिच्छादसणवत्तियाकिरिया दुविहा पं० त०-ऊणारित्तमिच्छादसणवत्तिया चेव तब्वइरित्तमिच्छादसणवत्तिया चेव १८, दो किरियाउ पं०- तदिट्ठिया चेव पुट्ठिया चेव १९, दिट्ठिया किरिया दुविहा पं० त जीवदिट्ठिया चेव अजीवदिहिया चेव २०, एवं पुट्टिया वि २१, दो किरियाओ ० त० पाहुच्चिया चेव साम तोवणिवाइया चेव २२, पाडुच्चिया किरिया दुविहा ५० त०-जीवपाहुच्चिया चेव अजीवपाडुच्चिया चेव २३, एवं साम तोवणिवाइया वि २४, दो किरियाओ पंत-साहत्थिया चेव णेसत्थिया चेव २५, साहत्थिया किरिया दुविहा पंत-जीवसाहस्थिया चेव अजीवसाहत्थिया चेव २६, एवं सत्थिया वि २७, दो किरियाउ ५००आणवणिया चेव वेयारणिया चेव २८, जहेव णेसत्थियाओ २९-३०, दो किरियाओ पंत-अणाभोगवत्तिया चेव अणवक खत्तिया चेव ३१ अणाभोगवत्तिया किरिया दुविहा पंत-अणाउत्सआइयणता चेव अणाउत्तपमज्जणता चेव ३२,
॥३६॥
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