Book Title: Sankshipta Jain Itihas Part 03 Khand 02
Author(s): Kamtaprasad Jain
Publisher: Mulchand Kisandas Kapadia

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Page 10
________________ (६) ४-तत्कालीन छोटे राजवंश ... नोलंब, सिंहपोत, पोलल महेन्द्र अय्यप, दिलीप, जिनदत्तराय ... सांतारवंशके राजा, चंगालन... पंचव, अत्तरादित्य, कोगल्य ... ... जीभूतवाहन, श्रीविजय, एलिन राजवंश १४४ १४४-४५ १४६-४७ १४८-५३ १५४-५५ ... १६१-६२ श्रद्धाञ्जलि! श्रीमान् पं० युगलकिशोरजी मुख्तार-सरसावा की सेवामें यह तुच्छ रचना उनकी ऐतिहासिक प्रगति और उल्लेखनीय शोध को लक्ष्य करके सादर समर्पित है। --कामताप्रसाद। Shree Sudharmaswami Gyanbhandar-Umara, Surat www.umaragyanbhandar.com

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