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नव पदार्थ
२६. करम रहीत हुवो जीव निरमलो, तिण जीव ने कहिजे मोखो जी।
ते सिध हुवो , सासतो, सर्व करम बंध कर दीयों सोषो जी।।
३०. जोड कीवीं में बंध ओलखायवा, नाथदुवारा सहर मझारो जी।
संवत अठारे ने वरस छपनें, चेत विद बारस सनीसर वारो जी।।