Book Title: Nav Padarth
Author(s): Shreechand Rampuriya
Publisher: Jain Vishva Bharati
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नव पदार्थ
नीचगोत्र नामकर्म-३४१ नेमिचन्द्र सिद्धान्त चक्रवर्ती-१३१, ७०७ । नैसर्गिक मिथ्यात्व-३७४ नैषधिक तप-६५० नैषेधिकी परीषह-५२२ नोअक्षर संबद्ध शब्द-१११ नो-आगम भावक्षपण-४८५ नो-आगम भाव लाभ-४८४ नोआतोद्य शब्द-१११ नोभाषा-१११ नोभूषण शब्द-१११ नौ पुण्य-२००-१, २४७ न्यग्रोध-परिमण्डल-संस्थान नामकर्म-३३७ न्यायागत-२३७ पंच परमेष्ठि-२०७ पंचास्रव संवृत्त-३६० पंचेन्द्रिय असंयम-४७३ पंचेन्द्रिय आस्रव-४५२ पण्डित-४७६ पतंगवीथिका-६३७ पदार्थ--६६, १५०, २७४, २८२, ३०३, ३६८ पदार्थ राशि--६६ परमाणु-३४, ८१-१०० परमाणु का माप-१०० परमाणु की विशेषता-१००-१ परलोक-६१५ परिग्रह-४५०-५१ परिग्रह आस्रव-३८१, ४५०-५१ परिग्रह विरमण संवर-५२५
परिग्रह संज्ञा-४७४ परिणमन-३६, २६८ परिणाम-११६, १७५, २७६, २८२, २८६,
३७०, ४०३, ४१८-१६, ४६५-६७, ४६६,
४७५, ५७२ परिनिर्वृत्त-५२६, ७४२ परिपाक-२२३ परिमितपिण्डपात चर्या-६४३ परिवर्तना स्वाध्याय तप-६६७ परिवेष्यमाण चर्या-६४१ परिव्राजक-६७६ परिस्पन्दन-४१३-१४ परिहारविशुद्धि चारित्र-५२३ परिहारविशुद्धिक संयत-५३६ परीषह-५२१-२२ परीषह-जय-६८१, ६८३ परोपदेशपूर्वक मिथ्यात्व-३७४ पर्याय-३६, ४१, ७३, ७६, ६४, १५४ पल्योपम काल-६२ पाँच निर्ग्रन्थ-५३७ पाँच समिति-५१५ पाउलिंग, लिनस-१२२-२३ पाक-उपाय से-६११ पाक स्वतः-६११ पादोपगमन अनशन-६३० पान पुण्य-२०० पाप-२४, ४२४, ४५५, ४६३-६५, ५२८,
७०६, ७६४-६५ पाप कर्म-२८२, २६१-६२. ३०२
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