Book Title: Nav Padarth
Author(s): Shreechand Rampuriya
Publisher: Jain Vishva Bharati

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Page 799
________________ ७७८ नव पदार्थ अर्द्धनाराचसंहन नामकर्म-३३२, ३३७ अर्द्धपर्यक आसन-६५० अर्द्धपेटा विधि-६३७ अलाभ परीषह-५२२ अलोक-७८-७६, १३० अलोकाकाश-७८-७६ अलोक-लोक का विभाजन-१३०-३१ अल्पकालिक अनशन-६२६ अल्पायुष्यकर्म के बंध-हेतु-२०६ अल्पलेपा एषणा-६४३ अवधिज्ञान-५७६ अवधिज्ञान विनय-६५४ अवधिज्ञानावरणीय कर्म-३०४ अवधिदर्शनावरणीय कर्म-३०७. ३१० अवमोदरिका तप-६३४-३८ अवर्णवाद-३१६ अवव-६१ अववांग-६१ अवसर्पिणीकाल-८८, ६२ अवस्था-३६ अवश्रावणगत सिक्थ भोजन-६४७ अविपाकजा निर्जरा-६१० अविरत-४७६-७८, ५२८, ५२६ अविरति आस्रव-३७२, ३७३, ३७६, ३८२ अशरण अनुप्रेक्षा-५२०, ६७० अशुचि अनुप्रेक्षा-५२० अशुभ आयुष्यकर्म-३२६-३० अशुभ आयुष्यकर्म का बंध-२११ अशुभ कर्म-१५३, २२७ अशुभ दीर्घायुष्यकर्म के बंध-हेतु-२१०-११ अशुभ नामकर्म-३३१, ३३६, ३३६ अशुभ नामकर्म के अनुभाव-३४० अशुभ नामकर्म के बंध-हेतु-२२७ अशुभ योग-२४४, ३०१, ३२० अशुभ रस नामकर्म-३३८ अशुभ वर्ण नामकर्म-३३७ अशुभ स्पर्श नामकर्म-३३८ अशुभानुप्रेक्षा-६७१ असंख्यात-६१ असंख्येय-६१ असंयत-४७८, ४८२, ५२८-२६ असंयम-४७२-७३ असंवृत्त अनगार-४८२ असंसृष्टचर्या-६४२ असंसृष्टा एषणा-६४३ असातावेदनीय कर्म-२२०-२१, २२४, ३२७-२८ असातावेदनीय कर्म के बंध-हेतु-२२०-२१, २२४ असोच्चा केवली-६७८ अस्तिकाय-२७, ४१, ६६-७२ अस्थिर नाम कर्म-३३६ अहोरात्र-६१ आकाश-७२-७४, ७६, ७८, ४१३ आकाशास्तिकाय-२७, १२७ आकाशा० का क्षेत्र-प्रमाण-७२ आकाशा० के भेद-७८ आकाश० के लक्षण और पर्याय-७६-७६

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