Book Title: Namotthunam Ek Divya Sadhna
Author(s): Divyaprabhashreeji
Publisher: Choradiya Charitable Trust

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Page 11
________________ ios आचार्य श्री सिद्धसेनदिवाकरसूरि विरचितः ॥ श्री वर्धमान शक्रस्तवः ॥ ॐ नमोऽर्हते. भगवते २. परमात्मने परमज्योतिषे परमपरमेष्ठिने परमवेधसे परमयोगिने ७. परमेश्वराय ८. तमसः परस्तात् ९. सदोदिता - दित्यवर्णाय १०. समूलोन्मूलिता-नादि-सकल-क्लेशाय ॥१॥ ॐ नमोऽर्हते ११. भू-र्भुव:-स्वस्त्रयी-नाथ-मौलि-मन्दार-माला-र्चित-क्रमाय १२. सकल-पुरुषार्थ-योनि-निरवद्य-विद्या-प्रवर्तनैक-वीराय १३. नमः-स्वस्ति-स्वधा-स्वाहा-वषऽथै कान्त-शान्त-मूर्तये १४. भवद्-भावि-भूत-भावा-वभासिने १५. कालपाश नाशिने १६. सत्त्व-रजस्तमो-गुणातीताय १७. अनन्तगुणाय १८. वाड्-मनोडगोचर-चरित्राय १९. पवित्राय २०. करण-कारणाय २१. तरण-तारणाय २२. सात्त्विक-दैवताय २३. तात्त्विक-जीविताय २४. निर्ग्रन्थ-परम-ब्रह्म हृदयाय २५. योगीन्द्र-प्राणनाथाय २६. त्रिभुवन-भव्य-कुल-नित्योत्सवाय २७. विज्ञाना-नन्द-परब्रौ-कात्म्यसात्म्य-समाधये २८. हरि-हर-हिरण्यगर्भादि-देवता-परिकलित-स्वरुपाय २९. सम्यक्-श्रद्धेयाय

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