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समर्पण
अनेक हस्तलिखित ग्रन्थों के संग्रहकर्ता मेरे पूज्य पिता दोवान श्री रामचन्द्रजी
तथा
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स्नेहमयी जीजी (पूज्य माताजी) के चरणों में सादर समर्पित
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- मोतीलाल गुप्त
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