Book Title: Maharaj Chatrasal
Author(s): Sampurnanand
Publisher: Granth Prakashak Samiti

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Page 12
________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailashsagarsuri Gyanmandir ॐ नमश्चण्डिकायै । महाराज छत्रसाल। । १. बुन्देलखण्डका संक्षिप्त इतिहास । (शाहजहाँके कालतक) बुन्देलखण्ड भारतके उस प्रान्तका नाम है जिसके अन्तर्गत कि आजकल हमीरपुर, झाँसी, ओरई, और बाँदाके अँगरेजी जिले और पन्ना; चोरी, छत्रपुर, ओरछा, दतिया, अजैगढ, बिजावर, अलीपुरा, सरीला, बावनी और समथरके राज्य और जिगनी, लुगासा,टोड़ी-फतहपूर आदि जागीरें हैं। मध्यप्रदेशके सागर और दमोह आदि जिले भी बहुत कालतक शासन सम्बन्धसे इसमें सम्मिलित थे। उत्तर, पूर्व और दक्षिणकी ओर यह प्रान्त यमुना नदी और विन्ध्याचल या उसकी शाखा कैमूर पर्वतसे घिरा हुआ है और पश्चिमकी ओर मालवासे मिला हुआ है। यमुनाके अतिरिक्त बेतवा, चम्बल, धसान, टोस आदि नदियाँ भी इस प्रान्तमें बहती हैं। यह सब जल अन्तमें यमुनामें ही मिलता है। धसान नदीने इस प्रान्तको दो भागोंमें विभक्त कर रक्खा है, जिनमेंसे पश्चिमी भाग अधिक उपजाऊ है और पूर्वी विशेष कर पथरीला है। For Private And Personal

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