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१००
१. अंग का नाम
१.
आचारांग
२. सूत्रकृतांग
३. स्थानांग
४. समवायांग
५. व्याख्याप्रज्ञप्ति
६. ज्ञाताधर्मकथा
७.
उपासकदशा
८. अन्तकृद्दशा
९. अनुत्तरौपपातिकदशा
१०. प्रश्नव्याकरण
११. विपाकश्रुत
१. पूर्व का नाम
१. उत्पाद
२. अग्रायण - अग्रायणीय
३. वीर्यप्रवाद - वीर्यानु
प्रवाद
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तालिका-३
अचेलक परम्परा
ग्यारह अंग
२. पदपरिमाण
१८०००
३६०००
४२०००
१६४०००
२२८०००
५५६०००
११७००००
२३२८०००
९२४४०००
९३१६०००
१८४०००००
जैन साहित्य का बृहद् इतिहास
तालिका –४
अचेलक परम्परा
चौदह पूर्व
२. पदसंख्या
एक करोड़ पद
छियानबे लाख पद
सत्तर लाख पद
३. किस ग्रन्थ में निर्देश
धवला, जयधवला, गोम्मट
सार एवं अंगपण्णत्त
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३. किस ग्रन्थ में निर्देश
गोम्मट
धवला, जयधवला,
सार एवं अंगपण्णत्त
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