Book Title: Jain Pathavali Part 03 Author(s): Trilokratna Sthanakwasi Jain Dharmik Pariksha Board Ahmednagar Publisher: Tilokratna Sthanakwasi Jain Dharmik Pariksha Board Ahmednagar View full book textPage 9
________________ । जैन पाठावली (तीसरा भाग) सत्रविभाग --000-10 पहला पाठ आवश्यक जैनो के लिए जिन धार्मिक क्रियाओ को प्रतिदिन करना आवश्यक है, उन क्रियाओ का समावेश 'आवश्यक' में किया गया है। ___आवश्यक अर्थात् करने योग्य जरूरी काम । ऐसे जरूरी काम शास्त्र मे छ. बतलाये गये है। इन छ। कामो या क्रियाओ का वर्णन 'आवश्यकसूत्र' में किया गया है। जैनो. के मूल आगम-सूत्र बत्तीस है । उनमे आवश्यकसूत्र अतिम है । छह आवश्यक इस प्रकार है: (१)सामायिक (२) चतुर्विशतिस्तव (चलवीसंथवो) (३) वंदना (४)प्रतिक्रमण (५) कायोत्सर्ग और (६) प्रत्याख्यान ।Page Navigation
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