Book Title: Jain Gyan Gun Sangraha
Author(s): Saubhagyavijay
Publisher: Kavishastra Sangraha Samiti

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Page 12
________________ 249-254 254 255 256 . 257 258 259-263 264-270 270-275 275 276 277 278 शांन्तिनाथस्तवन (5) कुन्थुनाथस्तवन अरनाथजिनस्तवन मल्लिनाथस्तवन मुनिसुव्रतस्तवन नमिनाथस्तवन नेमिनाथस्तवन (6) पाननाथस्तवन (7) महावीरजिनस्तवन (6) चौवीसजिनस्तवन सोमंधरजिनस्तवन युगमंधरजिनस्तवन चन्द्राननजिनस्तवन आदि-शान्तिजिनस्तवन सामान्यजिनस्तवन (2) परमात्मस्तवन जिनस्तवन (2) जैनधर्मकी महत्ता पर स्तवन प्रभुपूजागायन प्रभुभक्ति-उपदेशपद प्रभुप्रार्थना पद प्रभुगुणगायन जिनप्रतिमास्थापनस्तवन दीवाली-वीरप्रभुस्तवन (2) पर्युषणास्तवन सिद्धाचल-शत्रुजयस्तवन (3) . पुंडरीकस्वामिस्तवन .281-282 283-284 285 286 288 288 : 289-291 293-295 296

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