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यह प्राण पिंजरे में चुपचाप चले जायेगें...उड जाएँगे! !TERI मित्रों! विदाई का समय आ गया है।FFBER मंगल कामना करो। मेरा मार्ग रमणीय है। वारीजन यह न पूछो कि साथ में क्या पाथेय है?IRTE है हाथ खाली। र किन्तु...
कामरी मागरम आशा भरे हृदय से नई यात्रा आरम्भ की है। मार्ग में संकट है, किन्तु में निर्भय हूँ। सूर्य चन्द्र स्नेह पूर्ण स्वागत करेंगे। तारे, नक्षत्र, स्नेह से बधाई देंगे। आरती समय के घंटानाद अभिवादन करेंगे। मेरा सब प्रेम से अभिनन्दन करेंगे। कि जाने की आज्ञा मिल गई है। शनि प्रणाम कर अन्तिम विदाई चाहता हूँ। लम्बे समय तक साथ में रहें। लिया ज्यादा और दिया कम । अब नया सूरज उगा है। नई प्रभात फटी है। अन्धेरे में जलता मेरा दीपक बुझ गया। दूर देश का निमन्त्रण जो आ गया है। प्रस्थान के लिये तैयार हूँ।
मी यह चला ....!!! यामा
हे नवकार महान
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