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* 'नवकार' से साक्षात्कार यही
जीवन की एकमात्र भूख बनी रहे ।
* 'नवकार' स्वीकार करने से जो निंद्य थे, वे भी वंद्य बन गये ! * हे 'नवकार' अब मैं
तुम्हारी शरण स्वीकार करता हूँ । अतः ध्यान रहे कि तुम्हारा
एक भी सेवक कभी निराश नहीं बने ।
* 'नवकार' की आज्ञा के विरुद्ध यदि आप कुछ करते हो
तो निःसंदेह दुख की प्राप्ति होगी ! * आज हम जो दुख अनुभव करते हैं उसका मूल कारण यही है कि हमने कभी पहले नवकार की आराधना नहीं की ।
* विपत्तियों के बीच जो यह माने कि मेरे पर 'नवकार' की कृपा है ।
उसे विपत्तियाँ दुखदायी नहीं लगतीं !
* यदि आप वर्तमान कर्तव्यों के प्रति वफादार हैं तो भविष्य में स्वयं 'नवकार' आपकी रक्षा करेगा !
* 'नवकार' में जितनी श्रद्धा है।
उसी प्रमाण में उसकी करुणा आप को मदद करने का कार्य कर सकेगी ! * एक गाँव छोडे बिना
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हे नवकार महान