Book Title: Gaumata Panchgavya Chikitsa
Author(s): Rajiv Dikshit
Publisher: Swadeshi Prakashan

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Page 25
________________ 60% हमारे देश के पशुओं की ताकत से एक गाँव से दूसरे गाँव पहुँचता है। सिर्फ 40% ट्रान्सपोर्टेशन है गुडस् का जो रेलगाडी द्वारा होता है, हवाई जहाज द्वारा होता है, ट्रकों के द्वारा होता है, लॉरी के द्वारा होता हैं सिर्फ 40% 1 तो मैंने उसे एक दूसरा सवाल किया कि अगर आप यह हिसाब बताते हैं कि 60% ट्रान्सपोर्टेशन गुडस् का आज भी हिन्दुस्तान में अनऑरग्नाइज सेक्टर में हैं। माने पशु शक्ति से एक गाँव से दूसरे गाँव जाता है और 40% ही हिन्दुस्तान में ऑग्नाइझ सेक्टर में जाता है। तो मैंने कहा एक दूसरी बात और बता दीजिये कि अगर यह जो 60% माल आज जा रहा है बैलगाडी के द्वारा, घोडागाडियों के द्वारा, उँट गाडियों के द्वारा अगर यह सारा का सारा माल हम हवाई जहाज से ले जायें। सारा का सारा माल हम रेल से ले जायें सारा का सारा माल हम ट्रक से ले जायें, सारा का सारा माल हम मोटर गाडी से ले जायें तो क्या होगा ? तो उसने कहा। राजीव भाई हिन्दुस्तान पेट्रोल और डिझेल का खर्चा ही साठ सत्तर हजार करोड़ तक पहुँच जायेगा । तो मैने कहा कि अगर सारा माल हम पेट्रोल और डिझेल पर उठाना शुरु करें, हवाई जहाज भर के एक गाँव से दूसरे गाँव पहुँचाना शुरु करे तो आप कहते हो कि साठ-सत्तर हजार करोड़ का डिझेल और पेट्रोल हमको खर्च करना पड़ेगा हर साल में। तो मैंने कहाआपने ही अपने सवाल का जवाब दे दिया। वो कहने लगे मेरी समझ में नहीं आया । अधिकारी हैं। बुद्धि उल्टी है। समझ में कैसे आये । तो मैंने उसको बिलकुल सीधा कर के समझाया। मैने कहा कि यह जो 60% माल जा रहा है गाँव में बैलगाड़ियों से एक जगह से दूसरी जगह, इसको 100% अगर हम कर दें। तो क्या होगा ? तो कहने लगा हिन्दुस्तान किं सरकार का हर साल के बजट में कम से कम चौदह से पंद्रह हजार करोड़ रुपये वच जायेगा। तो मैंने कहा- अगर चौदह से पंद्रह हजार करोड़ रुपये बचेगा । तो आप बताइये ऑइल पूल अकाउन्ट डेफिसिट कितना तो उसने दाँत निकालते हुये कहा कि कुल चौदह हजार करोड़ का । मैंने कहा डेफिसिट पूरा हो जाता है अगर आप हिन्दुस्तान के पशुधन का इस्तेमाल करें। पूरे माल को एक गाँव से दुसरी जगह ले जाने . की व्यवस्था कर दे तो आपके देश में ऑइल पूल अकाउन्ट का डेफिसिट ही नहीं रहने वाला तो बात उसके समझ में आ गयी । तो उसने दूसरा प्रश्न किया मुझसे - राजीव भाई आप फिर मुझको यह बताइये कि अगर बैलगाडियों से यह माल एक गाँव से दूसरे गाँव जायेगा। तो महिनों में एक जगह से दूसरी जगह पहुँचेगा। मैंने कहा- उसका भी सुझाव है मेरे पास आप हिन्दुस्तान की बैलगाडियों के चक्कों में बियरिंग लगा दीजिये। तो अगर हिन्दुस्तान के बैलगाडियों के चक्कों में बियरिंग लगा दिया जाये। तो क्या होगा? वही बैल जो 100. क्विटल माल ले जा सकता हैं। वह दो क्विटंल, जितना माल ले जा सकता हैं। अगर बैलगाडी के चक्कों में बियरिंग लगा हुआ है तो वही बैल उससे दोगुना ज्यादा माल ले जायेगा । गौमाता पंचगव्य चिकित्सा 24

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