Book Title: Gaumata Panchgavya Chikitsa
Author(s): Rajiv Dikshit
Publisher: Swadeshi Prakashan

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Page 64
________________ का अध्ययन करने के बाद अब मुझे लगता है कि भारत सच में महान है। पहले मुझे यह लगता था। यह लोग कहते हैं भारत महान है। भारत महान है। क्या महानता हैं इसमें। महानता यह हैं कि हम पुर्नजन्म में मानते हैं और वहाँ से सब कुछ हमारी व्यवस्था निकलती हैं और दूसरे मानते ही नहीं हैं तो वहाँ से सब टेन्शन ही टेन्शन निकलती है। पुर्नजन्म में से टेन्शन नहीं निकलेगा। कभी टेन्शन निकलता है जब एक ही जन्म है। तो टेन्शन निकलता हैं एक जन्म में से, पुर्नजन्म में से तो शांति-शांति ही निकलती है। यह हमारी मान्यता। यह हमारी महानता है कि जब विपत्ति आती है। तकलीफ आती है। तो सबसे ज्यादा लोग एक-दूसरे की मदत करते हैं। एक-दूसरे का बलात्कार नहीं करते। एक-दूसरे की चोरी नहीं करते। मैं कहता हूँ एक आखरी बात फिर खत्म करता हूँ। मेरा एक दोस्त अमेरीका में रहता है। थोड़े दिन पहले उसने मुझे ई-मेल किया। बोलता है राजीव भाई मेरा घर जल गया। तो मैंने कहा- सो गॉड- जल गया तो जल गया। क्या फरक पड़ता है। उसने कहा नहीं-नहीं मैं कुछ बताना चाहता हूँ मैंने कहा बताओ। उसने कहा- जब मेरा घर जला तो सबसे पहले फायरब्रिगेड आया और फायरब्रिगेड ने आग बुझाई। फिर . तुरन्त ही इन्शुरन्स कंपनी वाले आ गए। चेक दे के चले गए। फिर पुलिस आ गई मेरे घर में एफ. आय. आर. नोट करके चले गए। मैंने कहा फिर क्या हैं उसने कहा- मेरा पड़ोसी नहीं आया। मैंने कहा- भाई तू अमेरीका में रहता हैं। भारत नहीं हैं। यह अमेरीका में घर जलता है तो सब कुछ आता हैं पड़ोसी नहीं आता और भारत में अगर घर जल गया तो कोई नहीं आयेगा। सबसे पहले पड़ोसी आयेगा। फायरब्रिगेड वाले कहेंगे अभी पानी नहीं है टंकी में। दो-तीन घंटे बाद पानी भर के आयेंगे। पुलिस कहेगी हमको फुरसत नहीं हैं। यहाँ आओ और एफ.आय.आर करावो। सरकार कहेगी दो-तीन साल बाद इन्शुरन्स का पेमन्ट होगा। कोई नहीं आयेगा। पड़ोसी पहले आ जायेगा यह तो सभ्यता है। इसी सभ्यता को बचाने की लड़ाई है जो दूसरे देशों के पास नहीं है। जॉर्ज बुश और अमेरीका इससे वंचित हैं और हमारे पास यह है जो है अच्छा हैं। तो बचाके रखना है और कई खराब हुआ हैं तो अच्छा बनाना हैं। हमारी सभ्यता में कहीं कुछ खराबियाँ आ गई हैं तो उसको अच्छा बनाना . है और जो अच्छा है उसको संजोकर रखना है। यह ध्येय है हमारा। इसके लिए हम यह काम कर रहे हैं। तो आप भी हम भी सब मिलके करे। शायद हो जाए और यह होने में असंभव कुछ नहीं हैं। यहाँ आपने वह देखा था। हमारे दो कार्यकर्ता अमरावती से आए हैं। थोड़े दिन पहले उन्होंने वहाँ एक कत्ल खाना बंद कराया और ऐसा ही अमरावती महानगरपालिका ने प्रस्ताव किया बिल्डिंग बनना चालू हो गया। मशीनरी खरीद ली गई। सारे कुर्तक यहाँ हैं वो भी थे लेकिन वहाँ जब समाज एकट्ठा हो गया और उन्होंने कहना शुरु कर दिया। महानगरपालिका ने सरेन्डर कर दिया। प्रस्ताव भी गौमाता पंचगव्य चिकित्सा . 63 . .... .

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