Book Title: Gaumata Panchgavya Chikitsa
Author(s): Rajiv Dikshit
Publisher: Swadeshi Prakashan

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Page 126
________________ 5. प्रतिदिन छिलके सहित कच्ची लौंकी का एक गिलास रस निकाल 5 काली मिर्च + 5 तुलसी के पत्ते + 5 पौदीने के पत्ते घोंटकर मिलायें स्वाद के अनुसार अदरक व सेंधा नमक मिलाकर पीयें। अपथ्य : तली चीजें, बेसन, मैदा, भोजन में अनिमियतता, भोजन कर तुरन्त सोना, बाजार का खाना, बासी भोजन, फ्रिज की चीजें, खमीरवाला आहार, आलू, बैंगन, प्याज पथ्य : पौष्टिक आहार, घाणी का तेल, दूध, दही, घी सूखे मेवे, पके फल, रसायन मुक्त अनाज, सब्जियाँ गेहूं के जवारे, हल्दी, अनन्नास, अनार, पालक, मेथी, पपीता । 5. पुरूष ग्रंथि का बढ़ना (Enlargement of Prostate) 1. ऋतु, प्रकृति और अवस्था के अनुसार देशी गाय के गौमूत्र को सूती कपड़े को आठ परत (fold) कर छानकर पीयें। या गौमूत्र अर्क, गौमूत्र घनवटी या गौमूत्रासव या गौमूत्र हरीतकी वटी का सेवन करें। 2. त्रिफलादि घृत में एक चुटकी सेंधा नमक डालकर सेवन करें। 3. छाछ या तक्रारिष्ट या तक्रासव का सेवन करें। अपथ्य : खटाई, तली चीजें पथ्य : आँवला, नारियल, दूध, दही, अंगूर, तुलसी . स्त्री रोग 1. अनियमित मासिक धर्म / मासिक धर्म कम होना 1. दिन में तीन बार ऋतु, प्रकृति और अवस्था के अनुसार देशी गाय के गौमूत्र को सूती कपड़े को आठ परत (fold ) कर छानकर पीयें । या नारी संजीवनी और गौमूत्र हरीतकी वटी का सेवन करें। 2. काली मिर्च 20 ग्राम, गुड़ 10 ग्राम 300 मिली पानी में उबालें। एक चौथाई पानी रह जाने पर छानकर पीयें । 3. मासिक धर्म के समय गेंद को घी में तलकर फुला लें। अब घी में अजवायन को तले । उसमें गुड़ फुला हुआ गेंद डालकर पाक बनाकर खायें। 4. प्रतिदिन दूध में कालीमिर्च उबालकर घी डालकर पीयें । 5. मसिक धर्म के दिनों में पैर के तलवे पर सरसों का तेल रगड़ें। गैस करनेवाले आहार अपथ्य : खटाई, कब्ज करने वाले आहार जैसे मैदा, बेसन, आलू, जैसे फिल की चीजें बासी भोजन रात को देर से खाना गोभी खमीर वाली चीजें - गौमाता पंचगव्य चिकित्सा 125

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