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को मोले मौर्ग का दर्माने याला है। उनका मार्ग. हम भी प्राप्त करें सकते हैं। यह मार्ग तीन रस्ता द्वारा यानो सम्यगदर्शन, सम्यगवान
और सम्यगचारित्र अङ्गोमो में "Right Belief, Right Knowledge aid Right Conducty और उर्द में यकीन माक्षिक, . इस्म सादिक और अमल सादिक कहने " प्राप्त हो सकता है। ऐसा ईश्वर.देव, देवी का देव- महादेव; परमात्मा खुना गोड १६ दोष रहित होना चाहिए ।घे दोष वह है. जन्म Birth, जरा Oldage; . रोग . Disease, : मरण . . Death क्षुधा Hunger; तृष्णा Thirst, मिदा Sleep, स्वेद Sweal, अरति.Pain, खेद Restlessness; चिंता Anxiety, मोह 'Delusion, विस्मय Wonder,.मद Pride, भये Fear, शोक, 'Sorrow,- राग -Attachment, ..@घ Repulsions : भावार्थ; सच्चा: ईश्वर: वही है, जोम द्वेषी, हो न रागी हो, सदानन्द वीतरागी - हो । वह सब विषयों का त्यागी हो, जो ईश्वर हो तो ऐसा हो।टेका। नं खद-घट घट में जाता हो, मगर घट.घट का ज्ञाता हो । वह संतु' उपदेशं दाता हो, जो ईश्वर हो तो ऐसा.हो... ज करता हो. न .रता. हो, नहीं अवतार. ..परता. हो:। मारता हो : न भरता हो, जो ईश्वर. हो तो ऐसा हो । झान के. नूर से पुरनूर हो, . जिसका नहीं सानी । सरासर नूर नूरानी, जो. ईन्चर हो तो ऐसा हो ॥ नक्रोधी हो न कामी हो, न दुश्मन हो न हामी हो ॥ वह सारे जगका स्वामी हो, जो ईश्वर हो तो ऐसा हो ॥ वह जाते ,पाक हो; दुनियां के झगड़ों से मुबर्रा हो। आलिमुलगैत्र हो. ऐव, ईश्वर हो तो - ऐसा हो ।