Book Title: Ambalalji Maharaj Abhinandan Granth
Author(s): Saubhagyamuni
Publisher: Ambalalji Maharaj Abhinandan Granth Prakashan Samiti
View full book text
________________
(
२० )
५१२
००००००००००००
000000000000
५१६
५२०
केवलिकाल प्रधान शिष्य श्री इन्द्रभूति गौतम भगवान महावीर के प्रथम पट्टधर 'आर्य सुधर्मा' वैराग्य रत्नाकर श्री जम्बूस्वामी पूर्वधर काल
श्री प्रभव स्वामी आचार्य शय्यंभव आचार्य श्री यशोभद्रस्वामी आचार्य श्री संभूतिविजय आचार्य श्री भद्रबाहु आचार्य श्री स्थूलभद्र आचार्य महागिरि आचार्य सुहस्ति आचार्य बलिस्सह आर्य इन्द्रदिन्न आर्य आर्य दिन आर्य वज्रस्वामी आर्य वज्रसेन
आर्य रथ आर्य मुखगिरि दिगम्बर मत का उदय आर्य फल्गमित्र आचार्य रक्षित आर्य नागस्वामी आर्य सढील अणगार
चैत्यवास : आचार शैथिल्य का पर्याय ५२१ आचार्य देवद्धिगणी क्षमाश्रमण ५२१ अवक्रमण युग ५२१ उत्क्रांति युग
लोकाशाह का आलोक
स्थानकवासी (साधुमार्गी) परम्परा का अभ्युदय ५२३ श्री जीवराज जी महाराज ५२३ श्री धर्मसिंह जी महाराज
पूज्य श्री लवजी ऋषिजी ५२३ पूज्य श्री धर्मदासजी महाराज ५२४ धर्मदास जी महाराज और मेवाड़-परम्परा
ccccccxccccccccxxx UnuaWWWWWWWWWWWW KUNWANUmmMGMARCK
५२३
षष्ठ खण्ड
काव्य-कुसुम
nr
५४३
पूज्य प्रवर्तक श्री अम्बालालजी महाराज के स्मरणीय पद पूज्य श्री नृसिंहदासजी महाराज की कुछ रचनाएं पूज्य श्री नृसिंहदासजी महाराज रचित-श्री रोड़जी स्वामी का गुण पूज्य श्री मानजी स्वामी विरचित-पूज्य श्री नृसिंहदासजी महाराज के गुण श्रावक चतुर्भुज द्वारा रचित-पूज्य श्री मानजी स्वामी के गुण कविराज श्री रिषबदास जी महाराज के कुछ पद रिषबदास जी महाराज-कृत-तात्त्विक चर्चा छोटी पट्टावली
cccccccx . om.
no
BHOSAR
COACORRO
S
690%
0000
Lain Education International
For Private & Personal Use Only
anelinary.om