Book Title: Acharangabhasyam
Author(s): Mahapragna Acharya
Publisher: Jain Vishva Bharati
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१४७
परिशिष्ट १ : सूत्रानुक्रम वयं पुण एवमाइक्खामो. ४।२३ सपेहाए भया कज्जति । २०४३ से अहेसणिज्जाई वत्थाई जाएज्जा""८६३ वयसा वि एगे बुइया कुप्पंति" श६३ समयं तत्थुवेहाए. अप्पाणं... ३।५५ से आय-बले से णाइ-बले... २१४१ २।१२ समयं लोगस्स जाणित्ता
३।३ से आयावाई, लोगावाई, कम्मावाई" ११५ वसट्टा कायरा जणा लूसगा भवंति । ६९५ समिते एयाणुपस्सी।
२१५३ से उट्ठिएसु वा अणुट्ठिएसु वा ६।१०२ बसित्ता बंभचेरंसि आणं तं"
६७८
समिया पडिवन्ने यावि एवं बूया. ४।१६ से किट्टति तेसि समुट्ठियाण. ६३ विगिंच कोहं अविकंपमाणे.. ४१३४ समुट्ठिए अणगारे आरिए"" २१०६ से गिहेसु वा गिहतरेसु वा... ६.९९ विगिंच मंस-सोणियं ।
४।४३ समेमाणा पलेमाणा, पुणो-पुणो ४।१० से जं च आरभे जं च णारभे" २।१८३ विणइत्तु लोभं निक्खम्म" २॥३७ सम्ममेयंति पासह ।
४।४८ से जहेय भगवया पवेदितं.... ८९ विणएतु सोयं णिक्खम्म"" श१२० सम्ममेयंति पासह।
५।९१ सेज्ज पुण जाणेज्जा...
११३ वितिगिच्छ-समावन्नेणं अप्पाणेणं" ५९३ सरणं तत्थ णो समेति"
६।२८ से ण छणे ण छणावए.. विदित्ता लोग, वंता लोगसण्णं .. २११५९ सव्वं गेहिं परिणाय
६।७
से ण दीहे ण हस्से ण व?" ५११२७ विदित्ता लोग, वंता लोगसण्णं" ३१२५ सव्वतो पमत्तस्स भयं..
३७५ से ण सहे, ण रूवे, ण गंधे"" ५।१४० विमुक्का हु ते जणा, जे जणा". २०३५ सव्वत्थ सम्मयं पावं ।
८।११ से ण हस्साए, ण किड्डाए
२२९ विरयं भिक्खु रीयंतं चिररातोसियं ६७० सव्वामगंधं परिण्णाय...
२।१०८ से जाइए, णाइआवए, ण
२११०७ विरागं रूवेहिं गच्छेज्जा.. ३१५७ सव्वे पाणा पियाउया "
२०६३
से णो काहिए णो पासणिए श८७ विस्सेणि कटु, परिण्णाए। ६।६८ सव्वे सरा णियटति । २१२३ से तं जाणह जमहं बेमि । २११४० वीरेहिं एवं अभिभूय दिट्ठ,.. १६८ सव्वेसि जीवियं पियं ।
से तं संबुज्झमाणे, आयाणीयं. ११२४ वेरं वड्ढे ति अप्पणो।
२।१३५ सम्वेसिं पाणाणं सब्वेसि भूयाणं" १२१२२ से तं संबुज्झमाणे, आयाणीयं.
सम्वेसि पाणाणं सम्वेसि भूयाणं ... ६१०३ से तं संबुज्झमाणे, आयाणीयं .. १७८ सएण विप्पमाएण, पुढो वयं" २११५२ सहपमाएणं अणेगरूवाओ" २०५५ से तं संबुज्झमाणे आयाणीयं. १११०६ संखाय पेसलं धम्म, दिदिम.... ६१०७ सहसम्मइयाए परवागरणेणं... ५११४ से तं संबुज्झमाणे, आयाणीय"" १।१३३ संति पाणा अंधा तमंसि .. ६९ सहिए दुक्खमत्ताए पुट्ठो णो " ३।६९ से त सबुज्झमाण, आयाणाय ११५७ संति पाणा पुढो सिया। १।१६ सहिए धम्ममादाय सेयं....
से तं संबुज्झमाणे आयाणीय.. १४८ संति पाणा पुढो सिया । १।१२५ सिया वेगे अणुगच्छंति , असिया'... ५९४ से तत्थ गढिए चिट्ठइ, भोयणाए। २०६६ संति पाणा वासगा" ६।१२ सिया से एगयरं विप्परामुसइ"" २।१५०
से तत्थ गढिए चिट्ठति, भोयणाए। २।८२ संति-मरणं संपेहाए भेउरधम्म... २९६ सिया से एवं वदंतस्स परो... ८।४२
से तत्थ विअंतिकारए ।
८८३ संधि लोगस्स जाणित्ता। ३.५१ सीओसिणच्चाई से निग्गंथे.. ७
से तत्थ विअंतिकारए।
८।१०९ संधि विदित्ता इह मच्चिएहिं । २११२७ सीलमंता उवसंता संखाए" ६।८०
से तत्थ विअंतिकारए। ८।१२९ संधि समुप्पेहमाणस्स" ५।३० सुत्ता अमुणी सया, मुणिणो"
से दुक्खाए मोहाए माराए" १९२ संधेमाणे समुट्टिए। ६७१ सुपडिलेहिय सव्वतो सव्वयाए" ५।११६
से पभूयदंसी पभूयपरिण्णाणे. ७५ संपुण्णं बाले जीविउकामे." २०६० सुभि अदुवा दुभि ।
६५५
से पासति फुसियमिव, कुसग्गे" ५५ संबाहा बहवे भुज्जो-भुज्जो "" ५।६५ सुयं मे आउसं !....
११
से पास सब्वतो गुत्ते, पास लोए"" ५९० संसयं परिजाणतो, संसारे.. ५९ सुहट्ठी लालप्पमाणे सएण"" २।१५१
से पुत्वं पेयं पच्छा पेयं भेउर-धम्म'..५२९ सच्चसि धिति कुव्वह ।
से अक्कुठे व हए व लूसिए वा । ६४१ से बेमि-अप्पेगे अंधमन्भे, अप्पेगे... ११२८ सच्चस्स आणाए उवट्ठिए से
से अणासादए अणासादमाणे"" ६१०५ से बेमि-अप्पेगे अंधमन्भे, अप्पेगे' १३५१ सड्ढिस्स णं समणुण्णस्स." २९६ से अण्णवहाए अण्ण
३।४३ से बेमि -अप्पेगे अंधमब्भे, अप्पेगे.... ११८२ सड्डी आणाए मेहावी।
से अबुज्झमाणे हतोवहते. २१५६ से बेमि-अप्पेगे अंधमन्भे, अप्पेगे"१।११० सततं मूढे धम्म णाभिजाणइ । २।९३ से अभिक्कममाणे पडिक्कममाणे... ५७० से बेमि-अप्पेगे अंधमब्भे, अप्पेगे....१११३७ सत्ता कामेहिं माणवा।
६।१६ से अविहिंसमाणे अणवयमाणे... ५।२६ से बेमि-अप्पेगे अंधमन्भे १११६१ सत्थं चेत्थ अणुवीइ पासा। ११५६ से असई उच्चागोए"
२०४९ से बेमि -अप्पेगे अच्चाए २१४० सद्दे य फासे अहियासमाणे । २१६१ से अहेसणिज्ज वत्थं जाएज्जा। ८८६ से बेमि-इमंपि जाइधम्मयं"" १२११३ सन्निहि-सन्निचओ कज्जइ .. २।१०५ से अहेसणिज्जाई वत्थाई जाएज्जा" ८।४४ से बेमि-जे अईया, जे य"
३।६७
३८०
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