Book Title: Acharangabhasyam
Author(s): Mahapragna Acharya
Publisher: Jain Vishva Bharati

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Page 578
________________ ५३४ प्रन्थ-नाम समयप्राभृत ( जयसेनटीका ) समयसार समयसार (अमृतचन्द्राचार्य कृत आत्मख्याति टीका) समाज समाधिशतक सुश्रुत संहिता सूषांग चूर्णि सूडो सेनप्रश्न स्याद्वादमंजरी सुखबोधा (उत्तरा• वृत्ति) नेमिचन्द्राचार्य पत्र-पत्रिकाएं कादम्बिनी धर्मयुग नवभारत टाइम्स संदेश (गुजराती पत्र ) लेखक, सम्पादक, अनुवादक संपा०-पं० पन्नालाल जैन कुन्दकुन्दाचार्यं संपा०- ब्रह्मचारी शीतलप्रसाद Jain Education International बा० प्र०-जाचार्य तुलसी संपा० विवे० युवाचार्य महाप्रज्ञ आचार्य पूज्यपाद अनु० - फतेहचन्द कर्पूरचन्द संपा०-विजयमंगर अनु०-अत्रिदेव जिनदास गणि बा० प्र० आचार्य तुलसी संपा० विवे० युवाचार्य महाप्रज्ञ भक्तिसेणसूरि अनु० जगदीशचन्द्र एम० ए० वार्षिक अंक पराविद्या के रहस्य संस्करण सन् १९७४ वी० सं० २४४४ आठवां सन् १९८६ सन् १९८४ सन् १९३७ पंचम सन् १९७५ सं० १९९८ सन् १९८४ वी० सं० २४५३ For Private & Personal Use Only आचारांग भाष्यम् प्रकाशक परमश्रुत प्रभावक मण्डल, अगास मूलचन्द किसनदास कापड़िया, सूरत श्री कुन्दकुन्द कहान दिगम्बर जैन तीर्थं सुरक्षा ट्रस्ट, जयपुर जैन विश्व भारती, लाड लाडनूं भोगीलाल नगीनदास मा फार्मेसी, अहमदाबाद पुष्पचन्द्र बेमचन्द्र वलाद मोतीलाल बनारसीदास, दिल्ली ऋषभदेवजी, केशरीमलजी श्वेतांबर संस्था, रत्नपुर ( मालवा ) जैन विश्वभारती, लाडनूं सितम्बर, १९८५ १३ दिसम्बर १९०१ १९७६ पृ० ४३ २४ जुलाई १९०३ पृ० ८ मोतीलाल साम्राजी, पूना www.jainelibrary.org

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