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संयम रा लाड न कोड ॥१२॥ सहेलियां ए, तारो ऊगियो ओ तो ऊगियों ओ कुंडलपुर रे मांय के, सहेलियां ए तारो ऊगियो ॥१३॥ जठे जन्मया है महावीर देव के ॥ सहेलियां ॥१४॥ जनम्या रा हर्ष बधावना, संयम रा लाड़ न कोड़ ॥१५॥ सहेल्या ए तारो ऊगियो, ओ तो ऊगियो गोवर ग्राम के मांय के, सहेलियां ए तारो ऊगियो ।।१६॥ जठे जनम्या ओ गौतम स्वामी देव ।। सहेलियां ॥१७॥ जनम्या रा हर्ष बधावना, संयम रा लाड़ न कोड ॥१८॥
। दीपक ॥ (तर्ज :-कपूरां रा लियो पंथ सार, सभी सांझ दियो बलेजी ॥) वनिता रे मेलारे मांय, सभी सांज दियो बलेजी ।। मोरादेवीजी जायो है पूत, तीन लोक रा राजवी जी नाभि राजाजी पूछे है बात, किन वेला जनमियाजी ।। जनम्या है आधी जी रात के, मोच्छव मंडावियोजी । हस्तिनापुर रे मेलारे मांय, सभी सांज दियो बलेजी ।। अचलादेवीजी जायो है पूत, तीन लोक रा राजवीजी ॥ विश्वसेन पूछे है बात, किन वेला जनमियाजी ।। जनम्या है आधी जी रात के, मोच्छव मंडावियोजी ।। शोरियापुर के महल के मांय, सभी सांज दियो बलेजी।
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