________________
मारा बाईसा भोला सेणा, नहीं मांगे थांसू रोणा, ॥ मारा राजकंवर ॥१३॥ खादी तूं प्रेम बढ़ायजो, मारे बाईसा रे रेजी लाइजो ॥ मारा राजकँवर ।।१४॥ शुभ गीत गायलो लावो, धीरज धर सुणता जावो ॥ मारा राजकंवर ॥१५॥ .
॥ जमाइजी रे परिवार रो बखाण ॥ (तर्ज-आकडारी डाल ऊपर कागलो झबूकेरे हां के हां ओ राज)
नींबडारी डाल ऊपर काग बैठो बोल रे, हां के हां ओ राज । जमायां री खबरों लायो काग रूडो बोल रे हां के हां ओ राज ॥टेर। बाईसा ने खबरों देवो नणदोई सा आया रे ॥१॥ इतरे में देवरजी बोलया, बहनोई सा आया रे ॥२॥ घणा दिनां सुं वाट जोवती, आप पधारया आज रे ॥३॥ सुणो-सुणो फलाणचन्दजी सा थारी, मा बाप री जात रे ॥४॥ शहर सादडी मुलकों चावो, जठे विराजो आपरे ॥५॥ बाप आपरे गढ़ रा राजा, शूरवीर सरदार रे ॥६॥ माय आपरी रंभा राणी, रतनो री भंडार रे॥७॥ हिलमिल ने भेला रेवो, भायां रे परिवार रे ॥८॥ बहनों थारी चतुर सयानी, शुभ गीता सुं प्यार रे ॥९॥ कुल दीपक हो आप जमाई, गरवा ने दातार रे ॥१०॥ मां
175