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रा काकासा जान सजावे, जान सजावे न सुजस लेवे ॥ बनडा रा बहनोई घोडी सिनगारे, घोडी सिनगारे न मारग रोके ॥ बनडा री माताजी तिलक करावे, तिलक करावे ने दूध पिलावे ॥ दूध पीने जायजो रे जाया, परणीज ने वेगा आयजो ॥ बनडा रे काकीसा चावल चेडे, चावल चेडे ने हिम्मत बँधावे ॥ बनडा री बेनड आरती करे, आरती तो करे ने वीरा ने बधावे ॥ बनडा रा वीरो सा बाजा मंगावे, बाजा मंगावे ने हर्ष मनावे ॥ केसरियो लुल-लुल सामो जोवे, जान मारे सब परिवार साथ में आवे, साथ में आवे न सुजस लेवे ॥
। तोरण पर बीन्द जब आते है तब गाने का गीत ॥
(तर्ज---कमली वाले ने ।) घोडे पर बैठी बहन सयानी, लण उतारे बनडे रो ॥ बलिहारी जाती भाई री, बहु मोद बढ़यो है मनडे रो ॥टेर। शुभ मुहूर्त में मंगलकारी, तैयारी सारी कर डारी । वेलासर वर घोडी निकल्यो, मुख नर बढयो है बनडे रो ॥१॥ निशान चले नौबत घुरे, अंग्रेजी बाजा बाज रहे। कोतल घोडों री लेण बनी, घणो ठाठ सज्यो है बनडे रो ॥२॥ है हूँस हूसोला बड़
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