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चतुर्थ अध्याय
८७ (ख) अपभ्रंश में ङसि और उस के स्थान में हे, भ्यस् और आम् के स्थान में हुं और डि के स्थान में हि होते हैं। ___(३५) अम् विभक्ति के पर में रहने पर स्त्रीलिङ्ग शब्द के अन्तिम दीर्घ को ह्रस्व विकल्प से होता है।
(३६) स्त्रीलिङ्ग में वर्तमान दीर्घ ईकारान्त शब्द से पर में आनेवाले सु. जस और शस् के स्थान में 'आ' आदेश विकल्प से होता है।
(३७) संबोधनवाली विभक्ति के पर में रहने पर आबन्त स्त्रीलिङ्ग शब्द के अन्तिम आ को 'ए' आदेश होता है।
आकारान्त स्त्रीलिङ्ग लता शब्द के रूप :
एकवचन
बहुवचन प्रथमा लदा
लदा, लदाओ, लदाउ द्वितीया लदं
लदा, लदाओ, लदाउ तृतीया लदाए, लदाइ, लदाअ लदाहि-हिं हिं पञ्चमी लदादो, लदाए, इत्यादि लदाहिंतो, इत्यादि षष्ठी लदाए, लदाइ, लदास लदाणं, लदाण सप्तमी लदाए, लदाइ, लदाअ लदासु, लदासुं संबोधन हे लदे
हे लदाओ हेमचन्द्र के अनुसार लता शब्द के रूप:प्रथमा लदा
लदा, लदाओ, लदाउ द्वितीया लदं
लदा, लदाओ, लदाउ