________________
१२०
प्राकृत व्याकरण
भविष्यत् काल में भू धातु के रूप :
एकवचन
"
प्रथम पु० होहि ' मध्यम पु० होहिसि
उत्तम पु०
साम, होमि होस्सामो, होहामो होस्सामु, होहामु, होस्साम, होहाम, होहिमु, होहिम
बहुवचन
होहिन्ति, होहिते, होहिरे होत्थि, होहि होहामो, होस्सामो
इत्यादि
भविष्यत् काल में कृ धातु के रूप :
प्रथम पु० काहि मध्यम पु० का हिसि
उत्तम पु० काहं, काहिमि भविष्यत् काल में इस धातु
प्रथम पु० हसिहि मध्यम पु० हसि हिसि
उत्तम पु० हसिस्सं
काहिंति
काहित्था
काइमो
के रूप :
हसिहिन्ति
हसिहित्था हसि सामो, हसिहामो
१. प्राकृत प्रकाश के अनुसार प्रथम पुरुष के एकवचन में होहिइ, Tafts, होज्ज, होज्जा, होज्जहिर, होन्नाहिइ, होसह होही और प्रथम पुरुष के बहुवचन में होहित, विहिन्ति रूप होते हैं ।
२. प्राकृतप्रकाश के अनुसार मध्यम पुरुष के एकवचन मेंहोहिहिसि, हुविहिहि, हुविहिसि, होहिहि तथा बहुवचन में होहित्था, हो, हुविथा, विहिह रूप होते हैं ।
३. प्राकृतप्रकाश के अनुसार उत्तम पुरुष के एकवचन में हो सामि, होस्सामो, होहामि, होहिमि, होस्स, होहिमो और बहुवचन में होहिस्सा, होहित्या, होहि श्रो, होहिमु, होहामो, होहिम, होस्सामो, होस्सामु, होस्साम रूप होते हैं ।