Book Title: Kahe Kalapurnasuri Part 02 Gujarati
Author(s): Muktichandravijay, Munichandravijay
Publisher: Shanti Jin Aradhak Mandal
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का आगामी चातुर्मास फलोदी में होने की संभावना है ।
पूज्यश्री के आशीर्वाद से निर्मित हरद्वार के मंदिर में सारे भारत के जैन लोग आ रहे है ।
अब बद्रिनाथ [हिमालय में मंदिर बन गया है । यहां जो प्रतिमा आई थी, उसका अभी प्रवेश होगा और ११ अगस्त [श्रा. सु.१२शुक्रवार को पू. जंबूविजयजी म. की निश्रामें प्रतिष्ठा भी होगी । [કોઈના વાંધાથી નિર્ધારિત સમયે પ્રભુજીનો પ્રવેશ થઈ શક્યો નથી.]
पूज्यश्री को प्रार्थना है कि आप दिल्ली पधारें । वहां प्रतिष्ठा करानी है । आगे चल कर हरिद्वार में चातुर्मास कराने की भी भावना
आप जरूर इस बात पर ध्यान देंगे, ऐसी हमारी अभ्यर्थना है ।
पूज्यश्री : साधु जीवनकी मर्यादा अनुसार हमारा जवाब होगा : वर्तमान जोग ।
મરે
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स्थ भरे छ: પરિવારથી વ્યવહારથી લોભની મારથી साधु भरे छ : અહંકારથી સત્કારથી મિથ્યાચારથી
૪૦% જ કહ્યું, ક્લાપૂર્ણસૂરિએ