Book Title: Agamsaddakoso Part 1
Author(s): Dipratnasagar, Deepratnasagar
Publisher: Agamdip Prakashan
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૩૯૨
आगमसद्दकोसो
आहाकम्मिय [आधाकर्मिक साधुना निमित्त || विवा. १३,३१; બનાવેલ આહારાદિ
उव. १९,३४,४४,४९,५०, आया. ३४७.३८३.३८४,४१६,४८६; राय. ६२,६३,७४,८१; नाया. ३३; अंत. १३:
जीवा. १२,१४,१६,१८,३४.३६,४०,४३, उव. ५०: पिंड. २८७:
४६.४९,५०.१०४,११०,१२९.१८५,३७४: आहातच्च [यथातथ्य वस्तुवा शेयतेवी ४ पन्न. ९.१३७.२५७.३७४,३७७,४१९.४४२.
४४७.४७१.५५०.५५२ थी ५५५.५५८. કહેવી તે, યથાર્થ સત્ય दसा. १५
५८४.५८६,५८७,५९९ः आहातहिय [यथातथ्य) 'सूया' सूत्रनुं में
जंबू. ३४,३६,३९,४०,५२,५३: । पुष्फि.५,७;
आउ. ५२; અધ્યયન
महाप. ९,५४ सूय. ६४३;
भत्त. ३७,४३ थी ४५,५१; आहाय [आधाय) भूडीने
तंदु. १७,२० थी २२,३०,१५९; पिंड. १७४,१८०;
संथा. ६७,८८,८९; गच्छा. ५७; आहायकम्म [आधाकर्मन्] भो ‘आहाकम्म'
देविं. २२५थी२२७,२३१,२३२; सूय. ७४४,७४५;
निसी. ४६९.६१२,६५२,७३३,७५०; आहार [आहार] महार, मोर, मो .
बुह. ८१,९८,१४८ थी १५०,१९१; आया. ९२,१७२,२२१,२३४,२३९,२४२, वव. २०२; दसा. २१,४२ थी ४७; ३५०,३५८,३८४,३८८;
जीय. ६:
आव. ८२ थी ९२; सूय. ५५,३८८,३९२.६४५,६४७,६६३ थी
पिंड. ८३,८५,२९३: ६६५.६८८.६८९.७१४;
ओह. १८९,८९५; दस. २५०,२७१: ठा. ८५,१७८,१९२,३१४,३६३,५४४,
उत्त. ५०६,५१८,६४४,९४६,९५०,११४४, ५४५,५४७,६६१.७३३;
१२०१,१२०३,१२३३,१२५०,१४६३,१७१८: सम. १ थी ७,१०,१३,१८,१९,२५,२६,३१,
आहार [आधार] आधार, माश्रय,टे, अवजन ३७,४१,४२,४५.४९ थी ५४.५९ थी ६३,
ठा. ७२०: भग. ७२७: ९८.१०१,१०८ थी ११०,२२०,२५०
नाया. १०.६८,७५,७६,९५,१४४,१४९, २५१;
१८० भग. १२.१६,२१,२७.२८,८२,८३,१००,
उवा. ५.१४: राय. ५१; १०७,११६.१६०.१७२.२७२,२८६,३२७,
आहार [आ+ह]uaj ३३६,३३७.३६०,३६६,३७५.४०३.४९८,
आया. ३९५: सूय. ६६५,६७६: ५०६,५०८.५२०,५६३,५६४,५६८,५८४,
भग. १२.८०.३००.७६१: ५९६.६१५ थी ६२१.६२६,६२७.६५५
नाया. २११: तंदु. २० थी २२: ६६९.६८६,७६१,७८०.७८९.८०७.९०१,
देविं. १०: निसी. २१५,५८४: ९३१,९६५,१०४५,१०५८,१०६४,१०६५;
दस. ४८७:
उत्त. ५१८,५५३: नाया. २४.४०.५४.६२.७१.७५.१५९,!
| आहार [आ+हास्यमा, मोन २११. २१२.२१६ थी २१८:
आया. ३५० सूय. ६४७,६६५: अंत. २७: अनुत्त. १०.११,१३, टा. ८०
भग. ३६० पण्हा. ८,१५,१६.१९.४३ः
नाया. ५१,६२,१५७,१५९;
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