Book Title: Agamsaddakoso Part 1
Author(s): Dipratnasagar, Deepratnasagar
Publisher: Agamdip Prakashan
View full book text
________________
(सुत्तंकसहिओ)
उस्सुगत्त [उत्सुकत्व] उत्सुङपशु
आउ २३;
महाप. ५;
उस्सुत्त [उत्सूत्र] सूत्र विरुध्ध खायगड ते
भग. ३३५, ३६१, ४७७, ७४९; आव. १५, ३८:
उस्सुय [उत्सुक ] उत्साहवाजो
नाया. ११३;
उस्सु [औत्सुक्य] (rss
नाया. १८, १७२;
उस्सुयकर [औत्सुक्यकर] उत्÷हा उपभवनार
नाया. १८, १७२:
उस्सुयभूय [उत्सुकभूत] उत्सुङ भेवो
आया. ३५०;
उस्सुयमाण [ उत्सुकयत् ] उत्सु थयेल
भग. २२६;
उस्सुयाय [उत्सुक्य] उत्सुङपशु
भग. २२६;
उस्सूलग [ दे.] खेड भतनी जाई
उब. २६:
उत्त. २४६;
उस्सेइम (उत्स्वेदिम] सोनुं धोवाए।
आया. ३७५;
निसी. १२४०:
उस्सेघ [ उत्सेध] अंया, अवगाहना, शिर
ठा. ८२६:
सम. ४१, ११०, १४२, १७४२२०:
भग. ८, १५२,६३८;
नाया. ५,१२,२७,६४,२२०, विवा. १:
जीवा. १९१.२२०.२२३,२९४; उस्सेवण [ उत्स्वेदन] भोसाभए। निसी. ११३८:
उस्सेह [उत्सेघ] भो 'उस्सेध'
उव. ५,४४ :
राव. ७,१०, २७.३६,३९,४१; जीवा. १६७.१५, १७७, १७९,२२०: जंबू. १४,६०,७७,११६, १४१, १७०२४०.
२४१;
Jain Education International
ठा. १९५;
निर. ३: देवि. १९७, १९८ :
पुप्फि. ३:
ओह. ८०० ;
उत्त. १५२८;
उस्सेहंगुल [ उत्सेधाङ्गुल] खेड भापखा भव મધ્યપ્રમાણ, સર્વ જીવોના શરીરની અવગાહના જેના વડે મપાય છે તે
जंबू. २७;
अनुओ. २५९, २६३, २६७, २७०,
- X - x -
ऊ
इअ आगमसद्दकोसे उयाराइसद्दसंकलणोनाम पंचमो तरंगो समत्तो
૫૦૯
ऊ [तु] परंतु, पए|;
सूय. ७४९;
ऊ [दे.] गर्श, निंधा, खाक्षेप आहि अनुओ. १५३;
ऊकारंत [ऊकारान्त] ऊ र भेने अंते छे ते अनुओ. १५५;
ऊगह [ अवग्रह] खो 'उग्गह' गणि. ३७:
उत्त. ३७०;
ऊण [ऊन] खोछु, एं, न्युन
For Private & Personal Use Only
सूय. ७५२;
सम. २६, २३४, २४५:
भग. ५३, १२२,१४०, १४३, १४६, १४८, १८२,१९९,२०९, ३९६,४२४, ४२५, ४४४, ५१०, ५१५,५५१,५५६, ५६४,५६९,६१६, ६२४,८४४, ८४८,८६९,९२०,९२९,९३०. ९४८,९५३ :
ठा. १२१,९१२:
नाया. १०९:
राय. ३३: जीवा. ५६,५९.८०.८९,९०, १८५, ३४४. ३४७.३५६, ३६६,३६८.३७२,३९०,३९६, ३९८ :
पत्र. १९६,२००,२४१.२९८ थी ३०६, ४०१.४३२, ४७३, ४७८, ४७९, ४८१,४८२. ४८४, ४८६,४८८,५१९,५४१,५४३ : सूर. २१.२२,२५,२८.३७,११३, ११४:
www.jainelibrary.org

Page Navigation
1 ... 508 509 510 511 512 513 514 515 516 517 518 519 520 521 522 523 524 525 526 527 528 529 530 531 532 533 534 535 536 537 538 539 540 541 542 543 544 545 546