Book Title: Agamsaddakoso Part 1
Author(s): Dipratnasagar, Deepratnasagar
Publisher: Agamdip Prakashan

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Page 521
________________ પ૨૦. आगमसद्दकोसो महानि. १६९, वव. ९५.१४८ थी १५०,१५३,१५४: एगसिढग [एकसिक्थक] के तपम अन्ननी || एगाणुप्पेहा [एकानुप्रेक्षा] सेनी सामे સિક્ય જ ખવાય તે ठा. २६९; महानि ८२: एगाभिमुह [एकाभिमुख) मेनी सामे एगसित्थ (एकसिक्था हुमो ७५२ भग. ४६३: नाया. ३०,८७; गच्छा १३४; राय. ५४ एगसिद्ध [एकसिद्ध समयमा पसिध्ध || एगाभोय [एकाभोग] योगछ. થાય તે आया. ११३: जीवा. ७; पन्न.१६: एगामोसा [एकामर्शा][3टोइनो कोष नंदी.८७; उत्त. १०३३: एगसेल [एगशैल मेऽवक्ष२२ पर्वत एगायक [एकक] मेसो ठा. ९६,३२१,४७२,७४९,९९१ दला. ५३: जंबू. १६६,१६७; एगायत [एकायत में आयत एगसेलकूड [एकशैलकूट] इंट सूय. ३४७: जंबू. १७१: एगायतण [एतकायतन में आयतन एगसेलग [एकशैलक] ओ एगसेल आया. १६१: नाया. २१३; एगायतो [एकतस्थी एगसेस [एकशेसा मे नाम समास ठा. ४५५: अनुओ. २४८, २४९: एगायय [एकायत]-मायत एगा [एका अद्वितीया सूय ३४३;. भत्त. ७१ एगारसंगवि [एकादशाङ्गवित्] मनियार अंगने एगाइय [एकादिक मे वगैरे જાણનાર नंदी. १४१,१४२; नाया. १४० __ अनुओ. ११०,१११.१२०,१२५,१३८: एगारसमी [एकादशमी] अभीयारस एगाकार [एकाकार] डीभूतथयेत वव. २४९: सम. २४६; भग. ३९३.४२५: एगावलि [एकावलिमे सरोहार एगागार [एकाकार हुमो 6५२ भग. ४६५: नाया. ३३; जीवा. ४४,८१,१४०.१८७: उव, १५.४८,५०: जंबू. ३१५; पन्न. १६०,१६२,१६३.१६६,४०७,५१९.। निसी. ४७६ थी ४७८, ११७ थी ११९: ५४०. जंबू २०१: दसा. १००: एगागि [एकाकिन] stी, मेरो एगावलिपविभत्ति [एकावलिप्रविभक्ति मे आया. २३२: દેવતાઈનાટક एगागी एकाकिन्]stी, मेसो राय. २४: जीय. १०१: एगावलिसंठिय [एकावलिसंस्थित] अनुराधाएगाणिय [एकाकिन् हुँ નક્ષત્રનું સંસ્થાન-વિશેષ बुह. ४८.४९: सूर.५१: चंद. ५५: Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org

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