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कृति-निदान आकृति निदान क्या है ?
नामसे ही वस्तुका वास्तविक रूप जाननेकी चेष्टा करना बड़ी भूल है । "प्राकृति-निदान" शब्दसे चिकित्साकी एक नवीन प्रणालीके केवल एक अङ्गका ही बोध होता है। वर्णन करनेके लिये विषयका संक्षिप्त नाम रखने के प्रयत्नमें प्रायः ऐसी ही कठिनाई पड़ती है। ___ आकृति-निदानका सम्बन्ध केवल मनुष्यके शरीरसे है, पर मनुष्य के शरीरकी परीक्षा मुखसे सबसे अधिक और सहज में हो सकती है, क्योंकि मनुष्यके मुखपर केवल मानसिक भाव ही नहीं बल्कि शरीर के भीतरी कार्य झलकलेसे रहते हैं । अतः सबने पहले मनुष्यके मुखकी ही परीक्षा करनी चाहिये। .
शरीरके किसी विशेष भागपर ही रोग अपना प्रभाव नहीं डालता, बीमारी कोई हो उससे सारे शरीरको थोड़ी बहुत पीड़ा अवश्य पहुँचती है। बीमारीसे शरीरका रूप-रङ्ग बदल जाता है, पर यह परिवर्तन केवल कुछ ही भागों में अधिक प्रभावपूर्ण होता है। शेष भागों में इतना तीव्र नहीं होता कि नजर आ सके।
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