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बादीपनका इलाज
रोगकी चिकित्साकी उचित विधि केवल एक ही हैशरीर से बादीपन या विजातीय द्रव्यको दूर करना । शरीर में एकत्र विजातीय द्रव्यको शरीर के एक भागसे दूसरे भाग में कर देना या उसे शरीर के भीतर ही रहने देना और उसीमें सूखने के लिये छोड़ देना चिकित्सा नहीं हैं, रोगके चिह्नोंको भीतर दबा देना मात्र है ।
रोगके चिह्नोंको भीतर दबा देनेकी चिकित्साको पुराने ढंगपर चिकित्सा करने वाले हकोम डाक्टर अच्छी चिकित्सा समते हैं। कई अन्य प्रकारकी चिकित्साएँ भी हैं जो कभी-कभी aar-बू हुए भी बीमारी के कारणोंको दूर करनेके काम में लायी जाती हैं। इनमें प्राय: बराबर सफलता नहीं होती । चिकित्सा की सबसे अच्छी रीति मेरे चिकित्साशास्त्रमे व्योरेके साथ लिखी है । इस चिकित्सा प्रन्थ में बिना औषधि और चीर-फाड़ के आरोग्यता प्राप्त करनेकी विधि लिखी है । मैं अपने पाठकों का ध्यान उस पुस्तककी ओर दिलाता हूँ और उसे पढ़नेकी सलाह देता हूँ । · उसका नाम नया आरोग्य-साधन है ।
मैं सबसे पहले यह सिद्ध करना चाहता हूँ कि चिकित्सा उसको कहते हैं जिससे शरीरका बादीपन बिलकुल दूर हो
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