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बादीपनका इलाज
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कि अक्सर मनुष्यकी मानसिक उन्नति एक ही तरह क्यों होती है । पर आकृति विज्ञान इसके बारेमें मस्तिष्क-विद्यावालोंको कुछ-न-कुछ बातें जरूर बतला सकता है । कुछ बातों में मस्तिष्ककी उन्नति और कुछ बातों में उसकी अवनतिका कारण किसी-नकिसी तरहका बादीपन जरूर है । इससे यह भी नतीजा निकलता है कि अगर बादीपन दूर कर दिया जाय तो मस्तिष्कको उन्नति में जो विषमता है वह भी दूर हो जायगी । मस्तिष्ककी उन्नतिमें विषमता होने अक्सर बड़े भयानक परिणाम पैदा हो जाते हैं । अक्सर मानसिक उन्नति में विषमता होनेसे क्रोध, निराश, अनुत्साह आत्मघातकी ओर प्रवृत्ति ये सब दोष पैदा हो जाते हैं। अक्सर यह खयाल किया जाता है कि यह सब दोष वर्तमान समय के प्रभाव से पैदा होते हैं। यह भी खेदके साथ कहा जाता है कि यह सब दोष बच्चों में भी दिखलाई पड़ते हैं। पर यह ख्याल गलत है। इन सब बातोंका कारण यह है कि चारों ओर जहां देखो वहां लोगों के शरीर में रोग अपना घर किये हुए है । अभाग्यसे
लोगोंका ध्यान अभी काफी तौरपर इस ओर नहीं गया है जो लोगोंके नेता गिने जाते हैं और जिनकी बातें लोग ध्यानसे
सुनते हैं ।
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