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- आकृति निदान पीछे की ओर बादीपन होता है उनके करीब-करीब सभी सन्तानोसत्तिके अयोग्य होते हैं। यदि स्त्री और पुरुष दोनोंमें बादीपन है और उनसे एकको सिर्फ पीठ, बादीपन है या उसकी पीठका बादीपन ज्यादा नहीं बढ़ा हैं तो उन दोनों के बच्चे पैदा हो सकते हैं पर वह बच्चे प्रायः कमजोर होंगे और जीवित न रहेंगे। जिस स्त्रीकी पीठमें बादीपन होगा उसका गर्भ या तो गिर जायगा या उचित समयसे पहले ही बच्चे पैदा होंगे। यदि उसके बच्चे पैदा हो भी जाय तो वह उनका पालन पोषण नहीं कर सकती।
यदि पीठका बादीपन और उससे होनेवाले बुरे परिणाम किसी जाति में साधारणतः दिखलाई पड़ने लगें तो यह जरूर समझ लेना चाहिये कि उस जातिमें खराबी पैदा हो रही है, उसका अधःपतन हो रहा है । प्राचीन पारसियों (चित्र नं० २४)
और प्राचीन रोमनोंकी (चित्र नं. २५) मूर्तियोंके देखनेसे यह पता लगता है कि उनके पीछेका भाग बादीपनसे भरा हुआ था। इस तरह आकृति-निदान द्वारा हमें आज यह पता लगा सकता है कि यह जातियाँ इतनी अधिक सभ्य होनेपर भी नष्ट क्यों हो गयी। ___ जिन लोगों में पीछेकी ओर बादीपन रहता है उनकी बुद्धि हीन रहती है। उदाहरणके लिए वे कुटिल राजनीतिमें भाग लेने तथा काट छाँटको बात करनेके सदा अयोग्य रहते हैं। छठे चित्र में जिस मनुष्यका चित्र दिया गया है उसका उदाहरण
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