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चिकित्साका अभ्यास इन लक्षणोंसे पता लगता है कि इस रोगीको भच्छी खुराक नहीं मिली है, जिससे उसकी पाचन शक्ति खराब हो गयी है और उसका शरीर दिनपर दिन क्षीण होता जा रहा है।
अधिक ध्यान देनेसे हमें पता लगता है कि उसकी गरदन आवश्यकतासे अधिक लम्बी है और उसमें गाठे पड़ी हुई हैं। तस्वीर नं. ४२ में उसी आदमीका सामनेवाला हिस्सा दिखलाया गण है । इस आदमीमें बादीपन सामनेकी ओर है, लेकिन उसके शरीरके भीतर विजातीय द्रव्य सूख गया है और उसके पुढे क्षीण हो गये हैं । इसलिये चेहरे के ओर गरदनसे जुदा करनेवाली लकीर फिर अपने ठीक ढङ्गपर भा गयी है। अगर उसका सिर ऊपरकी
ओर उठाया जाय तो हमें उसकी गरदनपर बहुत अधिक तनाव दिखलाई पड़ेगा। इसपर गांठें भी ऐसी स्पष्ट दिखलाई पड़ रही है कि इस बातमें कुछ भी शक नहीं रह जाता कि उसके बदनमें बादीपन सामनेकी ओर है । गरदनके दोनों ओर भी बहुत अधिक बादीपन है, क्योंकि गरदनके दोनों ओरवाले हिस्से तने हुए दिखलाई पड़ते हैं।
यह एक ध्यान देनेकी बात है कि बादीपन बहुत अधिक ऊपरकी ओर नहीं बढ़ा है, क्योंकि उसका माथा बादीपनसे खाली है और उसके बाल अच्छी हालतमें हैं।
उसकी पीठ में बिलकुल ही बादीपन नहीं है। विजातीय द्रव्य विशेषतः गरदनमें जम गया है और उसके सामने तथा बगलवाले हिस्सेमें पूरी तरह से फैल गया है। विजातीय द्रव्य फेफड़ोंको पार
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